बक्सर : सारे देश को भले ही गर्मी से काफी राहत मिल गई हो लेकिन बिहार में अभी भी गर्मी नज़र आ रही है। जी हां, गर्मी। दरअसल बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी का दौर है। विभिन्न दल एक दूसरे के विरूद्ध प्रचार - प्रसार करने में लगे हैं। तो दूसरी ओर नेता विधानसभा सीट से खुद की उम्मीदवारी को लेकर पार्टी के दफ्तरों में चक्कर लगाने में लगे हैं। बिहार में राजनीति का नज़ारा देखकर ऐसा ही लगता है। दरअसल इन दिनों बिहार में विभिन्न नेता अपने अपने दल के प्रचार में लगे हैं। ऐसे में एक नेता दूसरे नेता के उपर किचड़ उछालने से भी गुरेज नहीं कर रहा है। हाल ही में इस मसले पर नेताओं के बीच विवाद की बातें भी सामने आई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बक्सर में आयोजित किए गए विधानसभा सम्मेलन में भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील कुमार मोदी और सांसद अश्वनी चौबे भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने मंच तक पहुंचने से ही उन्हें रोक दिया और वे अपना कार्य ही नहीं कर पाए। इसके बाद वहां मौजूद नेताओं के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई।
कार्यकर्ता दो गुटों में बंट गए और उन्होंने एक दूसरे के साथ विवाद की स्थिति निर्मित कर दी। कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ता विभिन्न नेताओं के साथ प्रदीप दुबे को विधानसभा चुनाव में टिकिट देने की मांग करते रहे। हालांकि इस मसमले पर नेताओं में आपसी विवाद निर्मित हो गया। दरअसल दुबे का टिकट हटाकर मौजूदाविधायक सुखदा पांडेय को ही वापस टिकट देने की बातें की गई। जिसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में विरोध फैल गया। नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।