नई दिल्ली: नेपाल सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जिस भारतीय कपल ने एवरेस्ट पर चढ़ने का दावा किया था, वह बिल्कुल झूठा है। झूठ सामने आने के बाद अब नेपाली सरकार ने इस भारतीय कपल पर दस वर्ष के लिये प्रतिबंध लगा दिया है।
गौरतलब है कि पुणे पुलिस में कांस्टेबल के रूप में कार्य करने वाले दिनेश और उसकी पत्नी तारकेश्वरी ने यह दावा किया था कि वे पहले ऐसे भारतीय कपल है, जिन्होंने एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकाॅर्ड बनाया है। एवरेस्ट पर चढ़ने की जानकारी देने के लिये इन दोनों ने बकायदा नेपाल में प्रेस काॅन्फ्रेंस भी बुलवाई थी। लेकिन बाद में नेपाल सरकार ने जब जांच कराई तो पति-पत्नी का झूठ सामने आ गया। नेपाल सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुये इन दोनों पर नेपाल आने पर दस साल तक के लिये प्रतिबंध लगा दिया है।
इधर पुणे की पुलिस आयुक्त रश्मि शुक्ला ने नेपाल की सरकार द्वारा लगाये गये प्रतिबंध की पुष्टि की है और बताया कि इन दोनों के कारण पुलिस की छबि खराब तो हुई ही है, देश की प्रतिष्ठा को भी धक्का लगा है। समझ में नहीं आता है कि आखिर इन दोनों ने एवरेस्ट पर चढ़ने का झूठा दावा क्यों किया।
बताया गया है कि अब पुलिस प्रशासन इनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगा, लेकिन जांच शुरू होने की भनक लगते ही ये झूठे पति-पत्नी फरार हो गये है और अब पुलिस इनकी तलाश करने में जुटी हुई है। बताया जाता है कि पुलिस में नौकरी करने वाले इन पति-पत्नी ने 23 मई को एवरेस्ट पर चढ़ने का दावा किया था और इसके लिये 5 जून के दिन पत्रकारों से मुलाकात कर जानकारी दी थी। नेपाल की मीडिया ने भी इन दोनों के लिये समाचारों का प्रकाशन किया था, लेकिन जब वहां की सरकार ने जांच की तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।