आपका ही बेडरूम आपकी तमाम परेशानी का कारण भी हो सकता है
आपका ही बेडरूम आपकी तमाम परेशानी का कारण भी हो सकता है
Share:

वास्तु शास्त्र व्यक्ति के जीवन में अहम भूमिका निभाता है वास्तु शास्त्र में ऐसे कई उपाय है जो व्यक्ति के जीवन में उसके वास्तु दोष को दूरकर उसके जीवन में सुख सम्रद्धि और शांति लाते है. व्यक्ति के जीवन में उसका घर महत्व पूर्ण होता है जहाँ वह अपने परिवार के साथ निवास करता है तथा उनके सुख दुःख का सहभागी बनता है. किन्तु इससे ज्याद उसका शयनकक्ष महत्वपूर्ण होता है जहाँ वह अपने सारे दिन की थकान मिटाता है यह आपका शयनकक्ष ही होता है जो आपके बिताए गए सुकून भरे पलों का साक्षी होता है. किन्तु यदि आपका शयनकक्ष वास्तु सम्मत नहीं है तो यह आपकी समस्याओं को और बढ़ाता है तो आइये जानते है आपका शयन कक्ष वास्तु के अनुसार कैसा होना चाहिए.

वास्तु के अनुसार आपके शयनकक्ष का पलंग उसके दरवाजे के पास नहीं होना चाहिए इससे आपके मन में अशांति बेचैनी और व्याकुलता बढ़ती हैइसके साथ साथ आपको इस बात का भी ध्यान होना चाहिए की आपके शयनकक्ष का दरवाजा एक ही पल्ले का बना हो.

घर के मुखिया का शयनकक्ष दक्षिण–पश्चिमकोण या फिर पश्चिम दिशा में होना उचित होता है वास्तु शास्त्र के अनुसार यह यह दिशा स्थिरता का प्रतीक मीनी जाती है .आप के परिवार के अन्य सदस्य जेसे बच्चे आविवाहित युवक और मेहमान आदि का शयनकक्ष पूर्व दिशा में होना हितकर होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार इन कक्षों में किसी भी नवविवाहित वर वधु को नहीं ठहराना चाहिए.

वास्तु शास्त्र के अनुसार आपके शयनकक्ष का पलंग इस प्रकार होना चाहिए की आपके सोते समय आपका सिर पश्चिम या दक्षिण दिशा की तरफ हो ताकि जब आप सुबह उठें तो आपका मुख पूर्व दिशा की और हो जो की शुभ और जीवनदाता होती है.

 

पति की मृत्यु के बाद आखिर महिलाओं को क्यों पहनाई जाती है सफेद साड़ी

इसलिए हर घर में जरूरी होता है अगरबत्ती को जलाना

यह तीन कार्य कभी ना करें क्योंकि यह पहुंचाते है सीधे नरक में

क्या आप जानते है भगवान शिव को क्यों चढ़ाया जाता है दूध?

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -