बगावत के आरोप में कांग्रेस नेता विश्वेंद्र सिंह का नाम सबसे आगे आ रहा है. निष्कासित होने के बाद विश्वेंद्र सिंह ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत पर लगातार निशाना साधा है. अपने कैबिनेट के पूर्व सहयोगी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर भीतरघात के आरोप का उन्होने मुंह तोड़ जवाब दिया है. जिसमें उन्होने सीएम को जवाब देते हुए कहा कि किसी नेता का हैंडसम होना, अंग्रेजी बोलना ही उसकी काबिलियत की गारंटी नहीं है.
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बता दे कि बिना सचिन पायलट का नाम लिए उनके विरूध्द की गई कांग्रेस की कार्रवाई को सही बताते हुए, अशोक गहलोत ने कहा था कि भारत में आपकी विचारधारा, नीतियों के प्रति आपकी प्रतिबद्धता का भी ध्यान रखा जाता है. जिसके बाद अशोक गहलोत ने पायलट पर तीखा व्यंग्य करते हुए कहा था कि सोने की छुरी पेट में उतारने के लिए होती है.
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सीएम गहलोत के इसी कथन को आधार बनाकर विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि हैंडसम तो पूर्व पीएम राजीव गांधी भी थे, और अंग्रेजी भी अच्छी बोलते थे. विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट किया, "हैंडसम तो पूर्व पीएम राजीव गांधी जी भी थे. और अंग्रेजी भी ठीक बोलते थे...#बस कह रहा हूं."बता दें कि अशोक गहलोत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ कार्य कर चुके हैं. सीएम अशोक गहलोत को राजीव गांधी का भरोसेमंद पात्र भी माना जाता था. जानकारी के लिए बता दे कि विश्वेंद्र सिंह सचिन पायलट गुट के नेता हैं. पहले कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें मंत्री पद से निष्कासित कर दिया. जिसके बाद उन्हें पार्टी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया. विश्वेंद्र सिंह अपने तीस साल के राजनीतिक करियर में पहली बार ही मंत्री बने थे. उन्हें पार्टी से निष्कासित करने पर भरतपुर में अलग अलग स्थानों पर जमकर विरोध हुआ है.
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