धर्मपुर : सरकाघाट उपमंडल मुख्यालय व उसके आस पास के गाँव कुत्तो के आतंक से परेशान है. कुत्तो के आतंक ने लोगो के मन में भय पैदा कर दिया है जिससे वे सहम गए है. सोमवार को क्षेत्र में नौ लोगो को पागल कुत्तो ने अपना शिकार बनाया. कुतो ने लोगो को बुरी तरह से घायल कर दिया. कुत्ते के हमले से पीड़ित लोगो को एफआरयू में भर्ती करवाया गया है. जहां से तीन महिलाओं को पीजीआइ चंडीगढ़ तथा पांच को क्षेत्रीय अस्पताल मंडी के लिए रवाना किया गया है. क्षेत्र में दहशत मचाने वाले इन कुत्तो को मारने के आदेश दे दिए गए है लेकिन अभी तक एक भी कुत्ता नहीं मारा गया है.
जुल्फी देवी (55) कुंती देवी (48)निवासी ब्रांग, लवली देवी (25) ब्लाक कालोनी सरकाघाट, सोनम (55) लाहुल-स्पीति, दयाली देवी (60) कुनालग वार्ड-5, मीरा देवी (50) पपलोग, नानकी देवी (84) पपलोग, रतन चंद (55) कुनालग वार्ड पांच, जुध्या देवी (55) पाड़छू पर पागल कुत्तों ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया है. सोनमस जुधेया और कुंती देवी की हालत गंभीर होने के कारण पीजीआइ चंडीगढ़ रवाना किया गया है.
सरकाघाट एफआरयू समेत मंडी व शिमला अस्पतालों में एंटी रैबीज सीरम इंजेक्शन उपलब्ध नहीं होने के कारण तीन गंभीर घायलों समेत दो अन्यों को पीजीआइ रेफर करना पड़ा है. एफआरयू के प्रभारी डॉ. पीएल वर्मा ने जानकारी दी कि कसौली से 100 एंटी रैबीज सीरम इंजेक्शन मंगवाए गए हैं. घटना की सूचना मिलते ही विधायक कर्नल इंद्र सिंह ने अस्पताल पहुंच कर पीडितो के स्वास्थ की जानकारी ली.
एसडीएम एसके पराशर ने बताया कि 'घायलों के इलाज पर जो खर्च होगा उसका सारा खर्च सरकार उठाएगी. पागल कुत्तों को मारने के लिए पुलिस व नगर पंचायत को आदेश दिए गए हैं.' पानी और साबुन से धोएं घाव- वायरस के प्रभाव से बचने के लिए सबसे पहले जख्म को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धोना चाहिए. इसके बाद नजदीकी अस्पताल में पहुंच कर चिकित्सक से उपचार करवाना चाहिए. घटना वाले दिन इंजेक्शन लगने के बाद 7वें दिन और 28वें दिन में इंजेक्शन लगाना भी बेहद जरुरी है. कसौली से एंटी रैबीज सीरम प्रचुर मात्रा में मंगवा कर रख लिया गया है और घायलो का पूरी देख रेख के साथ उपचार किया जा रहा है.