एक वेटर से छोटा राजन गैंग तक विक्की ने तय किया सफर
एक वेटर से छोटा राजन गैंग तक विक्की ने तय किया सफर
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मुंबई: एक सीधे - सादे बिहारी के अंडरवल्र्ड डाॅन का साथी होने की कल्पना आप कर सकते हैं। क्या आप किसी वेटर के जुर्म की दुनिया के बादशाह बनने की बात सोच सकते हैं। क्या एक सीधा - सादा इंसान जुर्म की दुनिया के संपर्क में आते ही दिन रात बंदूकों और गोलियों के साये में रह सकता है। जी हां, यह हुआ है अंडरवल्र्ड डाॅन छोटा राजन के साथी विक्की मल्होत्रा के साथ। डाॅन के गिरफ्त में आने के बाद अब विक्की पर अंडरवल्र्ड की दुनिया की नज़रें जम गई हैं। 

अंडरवल्र्ड डाॅन छोटा राजन भारत की गिरफ्त में आने के बाद अब यह बात उठ रही है कि उसके काम को कौन संभालेगा। छोटा राजन का दुबई और अन्य शहरों में जुर्म और अन्य करोबार है। ऐसे में यह पूछा जा रहा है कि आखिर कौन है उसका वारिस। राजन का सबसे भरोसेमंद गुर्गे के तौर पर विक्की मल्होत्रा का नाम लिया जा रहा है। यूं तो छोटा राजन के कई विश्वसनीय साथी हैं लेकिन विक्की मल्होत्रा को उसकी जिम्मेदारी संभालने योग्य माना जाता है।

राजन द्वारा कहा गया है कि उसके गुर्गों की फेहरिस्त बड़ी है। मगर राजन के न होने पर उसके काम को विक्की मल्होत्रा ही संभालेगा। यह माना जा रहा है। छोटा राजन की गिरफ्तारी के बाद यह कहा जा रहा है कि विक्की को ही छोटा राजन के सभी कामों की अधिक जानकारी है। विक्की दो दशक हो जाने के बाद भी छोटा राजन के साथ जुड़ा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही जा रही है कि वर्ष 2000 के बैंकाॅक में राजन पर हुए हमले के बाद भी विक्की मल्होत्रा ने उससे वफादारी करना नहीं छोड़ा।

हालांकि विक्की एक बार गिरफ्तार भी हो चुका है। वर्ष 2005 में उसे पकड़ा गया लेकिन फिर उसे वर्ष 2010 में जमानत पर छोड़ दिया गया। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि छोटा राजन गिरोह में छोटा राजन के पकड़े जाने के बाद उसके उत्तराधिकारी को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। कहा जा रहा है कि दाऊद गैंग की जिम्मेदारी संभालने वाले छोटा शकील द्वारा भी उन पर धावा बोला जा सकता है। 

विक्की का जन्म सीवान जिले में हुआ था । मगर बाद में वह पश्चिम बंगाल चला गया। उसके पिता जी 24 परगना जिले में मिल में काम किया करते थे। विक्की की शिक्षा कक्षा 7 तक हुई। उसकी आदतें बचपन से ही खराब थी उसकी हरकतों को उसके पिता प्रारंभ से ही नापंसद करते थे। वह 90 के दशक में पश्चिम बंगाल छोड़कर मुंबई पहुंच गया। वह मुंबई के होटलों में वेटर के तौर पर काम करने लगा। 

जहां उसे बबुआ मिला। यह गोरेगांव का लोकल गुंडा था। जिसके बाद वह अपराध की दुनिया में पहुंच गया। 1991 में रत्नागिरी जिले के गुहागर क्षेत्र में अविनाश शेट्टी नामक व्यक्ति की हत्या हुई। जिसमें विक्की को भी गिरफ्तार किया गया। जेल में उसकी भेंट छोटा राजन के साथी रोहित वर्मा से हुई यहां से उसने अंडरवल्र्ड में प्रवेश किया। रोहित वर्मा विक्की से इंप्रेस हुआ और फिर उसकी मुलाकात छोटा राजन के अन्य साथियों से भी हुई।

बाद में वह मुंबई छोड़कर कोलकाता पहुंच गया। यहां उसने चौधरी उपनाम कर दिया। यूं उसका नाम विजय कुमार राम बदई यादव था। यहां इसने रेडीमेट कपड़ों की दुकान खोली और फिर शरद बोस रोड पर होटेल भी खोला। बाद में उसने एक निजी कंपनी खोली लेकिन छोटा राजन की गैंग में वह भागीदारी करता रहा। 

 

 

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