वैलेंटिना ने महज 26 वर्ष की आयु में पूरा किया था स्पेस मिशन
वैलेंटिना ने महज 26 वर्ष की आयु में पूरा किया था स्पेस मिशन
Share:

मानव द्वारा किए गए अंतरिक्ष प्रयासों के इतिहास में 16 जून का एक अहम् स्थान है, क्योंकि रूसी अंतरिक्ष यात्री वेलेंटीना तेरेश्कोवा इस दिन अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला बन गई थी। उन्होंने 1963 में वोस्टोक-6 स्पेसक्राफ्ट से  ऐतिहासिक उड़ान भरी और तकरीबन तीन दिन के उपरांत धरती पर लौंटी। अंतरिक्ष में 71 घंटे रहने का रिकॉर्ड भी बना दिया है। 


2 साल की आयु में हो गई थी पिता की मृत्यु: 26 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय नायिका बनने वाली वेलेंटीना का जन्म 6 मार्च, 1937 को रूस के यारोस्लाव ओब्लास्ट में येलेना फ्योदोरोव्ना तेरेश्कोवा के घर में ही हुआ था। वेलेंटीना के पिता द्वितीय विश्व युद्ध के बीच फ़िनिश शीतकालीन युद्ध में  जान चली गई। बेहतर रोजगार की तलाश में येलेना (वेलेंटीना की मां) परिवार के साथ यारोस्लाव चली गईं। यहां उन्हें कॉटन मिल में नौकरी मिल गई थी।

पैसों की तंगी की वजह से छोड़ा स्कूल: 1945 में वेलेंटीना ने 8 वर्ष की आयु  में स्कूल में दाखिला ले लिया है। लेकिन पैसों की तंगी की वजह से वेलेंटीना ने 1953 में स्कूल छोड़ कॉरस्पॉडेंस कोर्स के  माध्यम से अपनी पढ़ाई जारी रखी और नौकरी करने लगी। तेरेश्कोवा ने 22 साल की आयु में ही पैराशूटिंग में रुचि विकसित कर ली थी और स्थानीय एरोक्लब में स्काइडाइविंग में प्रशिक्षण लिया था। 

इस वजह से अंतरिक्ष में जाने का मिला मैका: खबरों का कहना है कि अब तक 126 बार पैराशूट से छलांग लगाने की वजह से वेलेंटीना बहुत मशहूर हो गई थी । इसलिए 1961 में अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए वेलेंटीना को चुन लिया गया है। जिसके साथ साथ  400 से भी ज्यादा महिलाओं में 4 अन्य महिलाओं को भी इस मिशन के लिए चयनित किया गया।  खबरों का कहना है कि यूरी गगारिन की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा के बाद, सोवियत सरकार महिलाओं को अंतरिक्ष में भेजना चाहता था ताकि इतिहास में अंतरिक्ष में भेजी जाने वाली पहली महिला का नाम सोवियत संघ के नाम पर दर्ज हो।   

18 महीनों की ट्रेनिंग के बाद भरी थी उड़ान: सोवियत सरकार ने 18 महीनों तक सभी महिलाओं को अंतरिक्ष यात्रा की बारीकियों के बारे में सीखा दिया। इसमें से वेलेंटीना को वोस्तोक-6 के पायलट के रूप में लिए चुना गया। कॉस्मोनॉट वालेरी ब्यकोवस्की ने 14 जून, 1963 को वोस्तोक 5 पर उड़ान भरी और दो दिन बाद, तेरेश्कोवा ने भी उड़ान भरी। अंतरिक्ष के 48 चक्कर लगाने और 70 घंटे से अधिक वक़्त तक अंतरिक्ष में रहने के बाद वेलेंटीना 19 जून 1963 को पर लौटीं। उन्होंने सफलतापूर्वक 20,000 फीट की ऊंचाई से जंप किया और पैराशूट की सहायता से धरती पर कदम रखा। वेलेंटीना ने मात्र 26 वर्ष की आयु में सफलतापूर्वक अंतरिक्ष से लौटकर इतिहास रच डाला था। उन्हें ऑर्डर ऑफ लेनिन और हीरो ऑफ सोवियत यूनियन अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया ।

'हिन्दू कौम आतंकवादी..', ऑस्ट्रेलिया के एक और मंदिर में तोड़फोड़, खालिस्तानियों ने लिखे विवादित नारे

आज ही के दिन दर्जनों लोगों की हुई थी दर्दनाक मौत, जानिए 4 मार्च का इतिहास

'कश्मीर में मेरा सामना आतंकी से हुआ, उसने मुझे देखा और मैंने उसे..', कैंब्रिज में राहुल गांधी का भाषण

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -