वाशिंगटन: अमेरिकी नौसेना (US Navy) ने कहा है कि उनके पास एलियन यानों की साइटिंग के कई सारे वीडियो है। एलियन यान यानी यूएफओ (UFO), जिसे अमेरिकी सरकार अनआइडेंटीफाइड एरियल फिनोमेना (UAP) बोलती है। अमेरिकी नौसेना का इस बारें में बोलना है कि हम अपनी देश की सुरक्षा के लिए इन वीडियोज़ को सार्वजनिक नहीं कर सकते। विश्व को नहीं दिखा सकते।
The US Navy has said it won’t be releasing any more videos of UFO sightings due to “national security” concerns.https://t.co/BMVLF91Wuz
— IFLScience (@IFLScience) September 13, 2022
यूएस नेवी का इस बारें में कहना है कि वीडियो रिलीज करने से उनके देश को खतरा हो सकता है। इसलिए UFO के वीडियोज़ से जुड़े रहस्यों को वो छिपाकर ही रखना चाह रहे है। वर्ष 2020 में अमेरिका के रक्षा विभाग ने UFO के तीन वीडियोज़ पेश कर दिए गए है। उन्हें डिक्लासीफाई किया था। वजह ये थी कि इनमें से कुछ क्लिपिंग्स किसी तरह से मीडिया में लीक कर दी गई है। इसिलए नौसेना की मजबूरी थी कि वो इन वीडियोज़ को सार्वजनिक कर दें।
जिसके उपरांत अमेरिकी सरकार की ट्रांसपैरेंसी वेबसाइट ब्लैक वॉल्ट (Black Vault) ने एक फ्रीडम ऑफ इन्फॉर्मेशन एक्ट (FOIA) रिक्वेस्ट डालकर अमेरिकी नौसेना से सभी UFO के वीडियो जारी करने की अपील भी की है। लेकिन अब ऐसा लगता है कि अमेरिकी नौसेना कोई गेम खेल रही है। 2 वर्ष इंतजार करने के उपरांत नौसेना ने FOIA रिक्वेस्ट को ठुकरा दिया है। नौसेना ने साफतौर पर और वीडियो रिलीज करने से इंकार कर दिया है।
हालांकि अमेरिकी नौसेना ने यह मान लिया है कि उनके पास UAP वीडियोज़ हैं। ऐसे वीडियो को नौसेना 'गुप्त दस्तावेज' की श्रेणी में डालकर उसे सार्वजनिक करने से प्रतिबंध लगा देती है। हर बार उसके पीछे एक ही वजह होती है और वो है देश की सुरक्षा। नौसेना के FOIA दफ्तर के डिप्टी डायरेक्टर ग्रेगरी कैसन ने बोला है कि जिन वीडियोज़ को जारी करने की मांग भी की जा रही है, उनमें क्लासीफाइड डेटा है, जिन्हें हम सार्वजनिक नहीं कर पाएंगे। इस सूचना के बाहर आने से देश की सुरक्षा का खतरा और भी बढ़ सकता है। इसलिए इन वीडियोज़ के किसी भी हिस्से को सार्वजनिक नहीं किया कर सकते है।
ग्रेगरी कैसन के लेटर में इस बात का भी जिक्र है कि साल 2020 में जो वीडियोज़ जारी किए गए थे, वो सिर्फ इसलिए किए गए थे क्योंकि उनके कुछ भाग मीडिया तक पहुंच चुके है। जनता उन क्लिपिंग्स पर प्रश्न उठा रही थी। ये क्लिपिंग्स आधिकारिक तौर पर रिलीज़ नहीं हुए थे। उन्हें अनाधिकारिक तौर पर जारी कर दिया गया था। जिसके उपरांत नौसेना ने इस बात की पुष्टि की तीनों वीडियो जारी करने से देश को कोई खतरा नहीं रहेगा। जिसके उपरांत वीडियो जारी किए कर दिए गए है। नहीं तो इन्हें भी जारी नहीं किया जाता। हालांकि ब्लैक वॉल्ट ने इस फैसले के विरुद्ध भी याचिका दी है।
आजकल अमेरिकी सरकार और अधिकारी एलियन यानों को लेकर बहुत लचर रवैया अख्तियार करते है। तीनों वीडियो जारी करने के उपरांत 50 वर्षों में पहली बार इस वर्ष मई में UFO दिखने पर चर्चा करने के लिए एक ओपन हाउस सबकमेटी बना दी गई है। जिन्होंने पहली बार सार्वजनिक सुनवाई भी की थी। पिछली वर्ष डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस के दफ्तर से भी UFO दिखने को लेकर कुछ रिलीज किया जा चुका है। सरकार लगातार UAP से संबंधित जानकारियों को चुपचाप छिपा लेती है। उन्हें किसी भी तरह से बाहर नहीं आने दिया जाता।
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