भारतीय समय मुताबिक रविवार देर रात्री बायर्न म्यूनिख ने छठी बार चैंपियंस लीग की ट्रॉफी हासिल करने वाला. पचास वर्ष में पहली बार फाइनल मुकाबले में पहुंचे फ्रांस के क्लब पेरिस सेंट जर्मेन को खिताबी मुकाबले में शून्य-एक से हार का सामना करना पड़ा है.
पीसएजी की हार की वजह से बौखलाए प्रशंसक ने पुर्तगाल की कैपिटल लिस्बन में जमकर रोष जताया है. दर्जन भर फैंस की पुलिस से मुठभेड़ हो गई. पेरिस में मुकबले देखने की सार्वजनिक स्थान पर सौ से अधिक लोगों को रोकने में पुलिस के पसीने छूट गए. मुकाबले भले ही कोरोना दौर में बंद दरवाजे के पीछे हुआ हो, लेकिन मैदान के बाहर तो शरीरिक दूरी की जमकर धज्जियां उड़ा दी गई है. पेरिस की फेमस और बहुत भीड़भाड़ वाली स्थानों में से एक चैंप्स एलिसे के एक क्लब से पुलिस को बल का प्रयोग कर लोगों को भगाना पड़ा क्योंकि कोरोना संक्रमण का खौफ तो दूर कई लोगों ने फेस मास्क तक नहीं पहना रखा था.
वहीं, पश्चिमी पेरिस में तो गमगीन फुटबॉल प्रेमियों को संभालना थोड़ा दिक्कत भरा रहा है. कई मौकों भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. बड़ी स्क्रीन पर नेमार, किलियन एम्बाप्पे, थिआगो सिल्वा जैसे प्लेयर्स को फेल होता देख फैंस भड़कते रहे. गवर्नमेंट ने चैंप्स एलिसे में तीन हजार पुलिस कर्मियों की नियुक्ति कर दी थी, दो हजार से अधिक मास्क वितरित किए गए थे. सब-वे ट्रेन शाम से ही बंद कर दी गई थी. चैंप्स एलिसे आने वाली हर सड़क में ट्रैफिक थम गया था.
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