क्षय रोग के मरीजों में अचानक आई गिरावट, जानें क्या कहते है आंकड़े
क्षय रोग के मरीजों में अचानक आई गिरावट, जानें क्या कहते है आंकड़े
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कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन बीच स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंध को बनाए रखने पर जोर दिया है. इस वक्त ज्यादातर स्वास्थ्य सुविधाएं कोरोना के खिलाफ लड़ने में व्यस्त है, ऐसे में क्षय रोग एक बड़ी जनहानि के तौर पर उभर सकती है.

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क्षय रोग का आधिकारिक डाटा देने वाला निक्षय डैशबोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक 14 फरवरी से 29 फरवरी तक 1,14,460 क्षय रोग के मामले सामने आए. जिनमें से 83,697 सरकारी अस्पताल और बचे 30,763 निजी अस्पताल से आए. हालांकि कोरोना को कहर मार्च की शुरुआत में रडार पर आया था.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि एक अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच क्षय रोग के मरीजों की संख्या में अचानक गिरावट देखने को मिली. इन 14 दिनों में मरीजों की संख्या 19,145 रही जिसमें से 15,813 मामले सरकारी अस्पताल से आए. लॉकडाउन के तीन हफ्तों में क्षय रोग के मरीजों की कुल संख्या 34,566 रही. ये तब है जब सरकारी आंकड़ा कहता है कि इस बीमारी से देश में हर दिन औसतन 1400 मरीजों की मौत होती है. वही, क्षय रोग की अधिसूचना में तेज गिरावट को लेकर स्वास्थ्य जानकार चिंतित हैं. उनका कहना है कि मरीज को स्वास्थ्य सुविधा ना मिलने से सिर्फ संक्रमण बढ़ने का ही डर नहीं है बल्कि बड़े स्तर पर हालात और खराब हो सकते हैं. 

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