भोपाल: मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बाजी मारकर नया रिकाॅर्ड कायम किया है। इन विद्यार्थियों में आर्थिक अभावग्रस्त विद्यार्थी तो शामिल है ही, आदिवासी इलाकों में रहने वाले विद्यार्थी भी सम्मिलित है।
सरकार ने इसका श्रेय शिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों के परिजनों को दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन विद्यार्थियों की संख्या तीन सौ से अधिक है और ये सभी आदिवासी बहुल क्षेत्रों में रहकर सरकारी विद्यालयों में अध्ययन करते है। इन विद्यार्थियों ने जेईई, एम्स, एआईपीएमटी, एआईपीएमटी जैसी परीक्षाओं में सफलता हांसिल की है। सफल विद्यार्थियों में मंडला, धार और झाबुआ के साथ ही छिंदवाड़ा जैसे आदिवासी बहुल इलाके शामिल है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरकारी स्कूलों में सरकार ने गुणवत्ता सुधारने की दिशा में लगातार कार्य किया है और आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों को विशेष तौर से शैक्षणिक सुविधा भी दी है। इसका ही परिणाम यह रहा है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने इन परीक्षाओं मे सफलता अर्जित की है।
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