इस्लामाबाद: पाकिस्तान के शीर्ष नागरिक एवं सैन्य अधिकारियों ने शुक्रवार (30 दिसंबर) को देश में ‘आतंकवाद की हालिया लहर’ को होने का संकल्प लिया और चेतावनी दी है कि किसी को भी राष्ट्रीय सुरक्षा की महत्वपूर्ण धारणा को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने देश में बढ़ते आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने की रणनीति पर मंथन करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की मीटिंग बुलाई थी। बता दें कि, NSC, पाकिस्तान की सुरक्षा संबंधी फैसले लेने वाला सर्वोच्च निकाय है।
NSC की मीटिंग में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) आतंकी संगठन से पैदा हुए खतरे का मुकाबला करने के तौर-तरीकों पर मंथन किया गया। TTP नवंबर में पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम समझौते से आधिकारिक तौर पर हट गया था। उसके बाद आतंकी संगठन ने कई हमले किए हैं। पीएम शाहबाज़ शरीफ के नेतृत्व में हुई मीटिंग में पाकिस्तान के शीर्ष नागरिक और सैन्य अधिकारी शामिल हुए। इस मीटिंग में तीनों सेनाओं के अध्यक्ष, वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों और अन्य उच्च अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। बैठक में देश में शांति एवं सुरक्षा की समग्र स्थिति पर विचार-विमर्श हुआ। अधिकारियों के मुताबिक, इस मीटिंग में देश की अर्थव्यवस्था और कानून व्यवस्था की स्थिति की भी व्यापक समीक्षा की गई।
बता दें कि, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में प्रांतीय सरकार ने इस हफ्ते के दौरान प्रदर्शनकारियों के साथ हुए हिंसक संघर्ष में एक पुलिसकर्मी की मौत होने के बाद बंदरगाह शहर ग्वादर में विरोध प्रदर्शनों पर पाबन्दी लगाने के साथ कर्फ्यू लागू कर दिया है। मौलाना हिदायतुर रहमान के नेतृत्व में हक दो तहरीक (HDT) नामक संगठन से संबंधित प्रदर्शनकारी करीब दो महीने से स्थानीय मछुआरों की जगह मशीनीकृत नौकाओं के माध्यम से अवैध रूप से मछली पकड़ने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
कोरोना के वास्तविक आंकड़े क्यों छिपा रहा चीन ? WHO ने जताई चिंता
क्रीमिया में दर्दनाक सड़क हादसा, मेडिकल की पढ़ाई कर रहे 4 भारतीय छात्रों की मौत
'सर तन से जुदा'! रेप किया, शरीर से खाल उतारी, स्तन काट डाले.., एक और हिन्दू महिला की निर्मम हत्या