बैक टू विलेज का आगाज, 5000 अधिकारी ग्रामीणों की समस्या का करेंगे समाधान
बैक टू विलेज का आगाज, 5000 अधिकारी ग्रामीणों की समस्या का करेंगे समाधान
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जम्मू: हाल ही में राज्य प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए सोमवार से बैक टू विलेज-दो मुहिम का आगाज किया. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की नई उम्मीद देखने को मिली. करीब पांच हजार सरकारी अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए उनके पास पहुंचे. जम्मू से लेकर श्रीनगर तक ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने भी अधिकारियों के समक्ष अपनी समस्याओं का पिटारा खोल दिया.

जम्मू में मलिक मार्केट पंचायत में अतिरिक्त सचिव वित्त डॉ. सैयद आबिद रशीद ने लोगों से बैक टू विलेज कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि इससे पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने इस क्षेत्र में बाढ़ को रोकने के लिए किए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी ली. वह बिलाल कॉलोनी छन्नी रामा स्थित प्राथमिक स्कूल में गए और वहां पर अतिरिक्त ब्लॉक बनाने की घोषणा की. इस दौरान लोगों ने उनसे सफाई, गंदगी को उठाने व पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की. उन्होंने आंगनबाड़ी सेंटरों, स्कूलों व अन्य जगहों का दौरा कर उनका निरीक्षण किया. जंहा डॉ. सैयद ने लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को उच्चाधिकारियों के ध्यानार्थ लाकर उनका समाधान किया जाएगा. उन्होंने बैक टू विलेज के प्रथम चरण में हुए कायों के बारे में भी जानकारी ली. शाम को पंचायत में डोगरी और लोक गीतों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत मिशन पर नुक्कड़ नाटक भी हुए.

जम्मू जिले में 113 पंचायतों में कार्यक्रम: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जम्मू जिले में कुल 113 पंचायतों में कार्यक्रम आयोजित हुआ. इनमें पहले से नियुक्त अधिकारी पहुंचे और उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना. जिला विकास आयुक्त जम्मू सुषमा चौहान भी कई पंचायतों में गईं. उन्होंने इस मुहिम के तहत चल रहे कार्यों का जायजा लिया. मुहिम के पहले दिन अधिकारियों ने पंचायतों में जाकर लोगों की समस्याएं सुनीं. सुषमा चौहान ने केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रायोजित योजनाओं की भी जानकारी ली. पंचायती राज संस्थानों ने इस दौरान कई समस्याएं उठाई.

किश्तवाड़ जिले में 136 अधिकारियों को भेजा गया: जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले में 136 अधिकारियों को बैक टू विलेज के तहत भेजा गया है. 136 में से 28 अधिकारियों को मढ़वा, वाड़वन और डच्छन जैसे दूरदराज क्षेत्रों में हेलीकाप्टर से भेजा गया. कठुआ में बैक टू विलेज के पहले दिन सात ब्लॉकों में 72 पंचायतों में कार्यक्रम हुए. राजौरी जिले में 100 पंचायतों में सरकार बैक टू विलेज शुरू हुआ. पहले दिन अधिकारियों ने मौलिक कर्तव्यों के चार्टर को पढ़ा और अपने निर्धारित कार्य को शुरू किया. डोडा में पहले दिन 79 पंचायतों में नामित अधिकारियों के दौरे के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. 

यह होगा कार्यक्रम में: बैक टू विलेज कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक राजपत्रित अधिकारी और निदेशालय स्तर के अधिकारी 657 गांवों में जाएंगे. विकास कार्यों के बारे में जमीनी स्तर पर मूल्यांकन रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए अपने निर्धारित पंचायतों का दौरा करेंगे. अधिकारी पूर्व परिचालित प्रारूप पर एक गांव में अपनी दो दिवसीय यात्रा के अंत में एक रिपोर्ट कार्ड तैयार करेंगे. उपराज्यपाल, सलाहकार, मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी 25 नवंबर से 30 नवंबर 2019 के बीच कश्मीर और जम्मू संभाग में विभिन्न हलका पंचायतों का दौरा करेंगे.

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