नई दिल्ली: आॅफिशियल ट्विटर हैंडल पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेता विनायक दामोदर सावरकर को गद्दार बता दिया गया है। कांग्रेस को आरएसएस के नेता वीर विनायक दामोदर सावरकर के पड़पोते ने वैधानिक नोटिस भेज दिया है। दरअसल राष्ट्र में किसी पाॅलिटिकल पार्टी को ट्वीट करने के कारण दिया जाने वाला यह पहला नोटिस माना जा रहा है। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को इस मामले में एक नोटिस वीर सावरकर के पड़पोते रंजीत ने दिया है।
दरअसल इस तरह के नोटिस 16 जून को भेजे गए हैं। रंजीत के अभिभाषक हितेश जैन ने कहा कि उन्होंने इस तरह के नोटिस भेज दिए हैं। कांग्रेस के पदाधिकारियों से इस मसले पर माफी मांगने के लिए कहा गया है। माफी मांगने के लिए उन्हें 48 घंटे का समय दिया गया है। इस तरह के नोटिस में यह कहा गया है कि कांग्रेस ने अपने आॅफिशियल ट्विटर हैंडल से 5, 22, 23 मार्च को ट्वीट किए।
जिसमें एक ट्वीट में सावरकर को गद्दार बता दिया गया। इस तरह के नोटिस में यह कहा गया है कि ट्वीट में भगत सिंह को आजादी की मांग करने और सावरकर को दया की मांग करने वाला कहा गया। उन्हें ब्रिटिश राज का गुलाम भी कहा गया। नोटिस से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस और उसके नेताओं ने बहादुर और ईमानदार राष्ट्रवादी नेता का बेशर्मी से अपमान भी हुआ है।