पटना: देश के राज्य बिहार के सीतामढ़ी शहर में हुए रोड हादसे में छात्रा की मौत के पश्चात् खूब हंगामा हुआ। भोरहा चौक पर छात्रा की लाश को रखकर लोगों ने जाम लगा दिया। अवसर पर पहुंची पुलिस को आक्रोशित व्यक्तियों ने पत्थरबाजी कर खदेड़ दिया। रहवासियों का आरोप है कि अगर पुलिस ने ठीक वक़्त पर सुनवाई की होती, तो छात्रा की जान नहीं जाती। परिवार वालों ने बताया कि मनचले निरंतर छात्रा का पीछा करते थे, जिसे लेकर वह खौफ में थी।
दरअसल, सीतामढ़ी शहर के पुनौरा थाना क्षेत्र के भोरहा गांव के रहने वाले शंकर महतो की बेटी जिलें के गौशाला चौक स्थित एक इंस्टीट्यूट में कोचिंग पढ़ने जाती थी। बताया गया है कि राघोपुर बखरी गांव के रहने वाले युवक राजेश शर्मा तथा सन्नी देओल छात्रा का पीछा किया करते थे। लड़कों ने दो दिन पूर्व ही छात्रा के साथ बदसलूकी भी की थी। छात्रा ने विरोध करते हुए, अपने परिजन को आकर केस की जानकारी दी। तत्पश्चात, छात्रा अपनी मां के साथ पुनौरा थाने में मनचलों के विरुद्ध कम्प्लेन करने पहुंची, किन्तु पुलिस ने मां-बेटी को थाने से भगा दिया।
छात्रा के परिजन ने बताया कि अगर दो दिन पूर्व पुलिस ने सुनवाई की होती, तो आज उनकी पुत्री जिंदा होती। परिवार वालों का आरोप है कि जब उनकी लड़की रोज की भांति ट्यूशन से घर वापस आ रही थी, तो भोरहा चौक के पास उसे फिर से अपराधी युवक पीछा करते हुए दिखाई दिये। अपराधी युवकों को देख जल्दबाजी में रोड पार करते वक़्त छात्रा की अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई।