भारतीय युगल जोड़ी सात्विक साईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, एकल खिलाड़ी समीर वर्मा को बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने अर्जुन पुरस्कारों के लिए नामांकित किया. दुनिया की दसवीं रैंकिंग की इस जोड़ी से टोक्यो ओलंपिक में भारत को बड़ी उम्मीद होगी. दोनों ने मिलकर बीते समय में भारत के लिए कई सफलताएं अर्जित की. थाईलैंड ओपन, फ्रेंच ओपन और 2018 कॉमनवेल्थ खेलों में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल ये कुछ ऐसी उपलब्धियां हैं, जिसकी वजह से दोनों शटलर्स अर्जुन अवॉर्ड के मजबूत दावेदार नजर आते हैं.
समीर वर्मा भी दमदार: भारत के अनुभवी खिलाड़ी समीर वर्मा ने 2016 हांगकांग ओपन के फाइनल तक जगह बनाई थी, लेकिन बीता साल कुछ खास नहीं रहा. 2018 में वह अपनी करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग 11 तक भी पहुंचे थे, तीन टाइटल जीता था. इस खेल ने उन्हें BWF वर्ल्ड टूर फाइनल 2018 के सेमीफाइनल तक का सफर करवाया था.
नेताजी सुभाष राष्ट्रीय क्रीडा संस्थान से प्रमाणित कोच एस मुरलीधरन औऱ भास्कर बाबू को द्रोणाचार्य अवॉर्ड अवॉर्ड के लिए नामित किया गया. मुरलीधरन ने जहां विमल कुमार, रूपेश कुमा, सेनव थॉमस जैसे कई पूर्व अंतराराष्ट्रीय तराशे तो भास्कर बाबू के नाम चेतन आनंद, साइना नेहवाल, पी कश्यप जैसे खिलाड़ियों को तैयार करने का क्रेडिट जाता है. अब वह सिकंरदराबाद में नए खिलाड़ियों को तैयार कर रहे हैं. ध्यानचंद्र अवॉर्ड के लिए प्रदीप गंधे और मंजुषा कंवर का नाम बढ़ाया गया है
हाथ टूटने के बाद भी कम नहीं 11 वर्ष की स्काई ब्राउन का हौसला.