कोच्ची: केरल के सबरीमाला में मंडला पूजा शुरू होने से कुछ दिन पहले मंदिर में एक विशेष उम्र की महिलाओं के प्रवेश को लेकर एक बार विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया है. मंदिर में दर्शन के करने लिए गई 11 महिलाओं को प्रदर्शनकारियों ने पंबा आधार शिविर पर ही रोक दिया. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 महिलाऐं मंदिर दर्शन के लिए आई थीं, लेकिन विरोध प्रदर्शन के चलते वे दर्शन नहीं कर पाई. पुलिस ने कहा कि महिलाएं मंदिर में प्रवेश कर सकें इसके लिए हमने भी जोर नहीं दिया, क्योंकि ऐसा करने से कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती थी.
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विभिन्न राज्यों से आईं यह महिलाएं मंदिर में प्रवेश को लेकर अब तक प्रतिबंधित रहे 10 से 50 आयु वर्ग से थीं. महिलाओं का ये दल रविवार सुबह 5.30 बजे पंबा आधार शिविर में पहुंचा था. महिलाओं के वहां पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी मौके पर जमा हो गए और विरोध-प्रदर्शन करने लगे. एक नाराज श्रद्धालु ने प्रेस से बात करते हुए कहा है कि, "हम सबरीमाला मंदिर की परंपरा व रिवाज को कायम रखने के लिए अपनी जान दे देंगे, लेकिन किसी भी स्थिति में प्रतिबंधित उम्र की महिलाओं को पहाड़ी पर चढ़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी."
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आपको बता दें कि शीर्ष अदालत द्वारा 28 सितंबर को हर आयु वर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की इजाजत देने का फैसला किए जाने के बाद से सबरीमाला मंदिर में हिंदू समूहों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. मंदिर में पहले 10 से लेकर 50 साल की महिलाओं के प्रवेश करने पर प्रतिबन्ध था.
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