मुंबई: सोमवार से देश के राज्य महाराष्ट्र में सभी धार्मिक स्थल खोल दिए जाएंगे। उद्धव सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिवाली की रात ही यह निर्णय किया है, जिसके पश्चात् 16 नवंबर से शर्तों के साथ महाराष्ट्र में मंदिर तथा दूसरे धार्मिक संस्थान खोले जाएंगे। किन्तु COVID-19 को देखते हुए धार्मिक संस्थानों को कड़े दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
65 वर्ष से ज्यादा उम्र के व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, दस वर्ष से कम उम्र के बच्चे तथा वैसे व्यक्ति जिनको कोई अन्य बीमारी हो, उन्हें फिलहाल घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त धार्मिक स्थलों के भीतर दो व्यक्तियों के मध्य की दूरी कम से कम छह फीट रखने को कहा गया है। मास्क का इस्तेमाल करना या चेहरे का ढके रहना अनिवार्य है।
इसके अतिरिक्त साबुन या हैंडवॉश से बार-बार हाथ धोने की भी सलाह दी गई है, भले ही हाथ दिखने में गंदे ना हों या फिर एल्कोहॉल वाले सैनिटाइजर से भी हाथ साफ रखने को कहा गया है। हाथ वाश करते हुए 40-60 सेकेंड्स तथा सैनिटाइज करते हुए कम से कम 20 सेकेंड्स तक दोनों हाथों को रगड़ना है। वहीं खांसते अथवा छींकते हुए सभी लोगों को रुमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करना है। सार्वजनिक जगहों पर थूकना दंडनीय है। वहीं सभी लोगों को अपने फ़ोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने को कहा गया है। धार्मिक स्थलों के लिए भी कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
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