नई दिल्ली : करीब 9 हजार करोड़ का बैक ऋण बिना लौटाए भारत से बाहर जा चुके उद्योगपति विजय माल्य को लेकर एक बार फिर राज्यसभा में हंगामा हुआ। दरअसल इस बार एथिक्स कमेटी में विचार रखा गया कि विजय माल्या की राज्यसभा सदस्यता को रद्द क्यों नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे में सपा के सांसद नरेश अग्रवाल ने विरोध किया और कहा कि उनकी सदस्यता रद्द नहीं होना चाहिए।
ऐसा भी तो हो सकता है कि ऐसे सांसद बहुत संख्या में हों जिन्होंने बैंक से लोन ले लिया हो मगर चुका नहीं पा रहे हों। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा में एथिक्स कमेटी द्वारा अध्यक्ष कर्ण सिंह के नेतृत्व में बात रखी गई जिसमें कहा गया कि माल्या को वारंट दिए जाने के बाद भी वे भारत नहीं आए हैं। यह तो न्यायिक प्रक्रिया का उल्लंघन है।
सदन उन्हें 7 दिन का समय दे रहा है इस अवधि में उन्हें अपना जवाब देना होगा। साथ ही यह भी कहा गया कि माल्या का पक्ष जानने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। मामले में 3 मई को अंतिम तौर पर निर्णय लेने की बात कही गई है।