लुधियाना: पंजाब के लुधियाना का जिला प्रशासन पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ कड़े कदम उठा रहा है। इसके तहत अभी तक 45 प्राथमिकी दर्ज हो चुकी हैं, वहीं 22 किसानों को मंगलवार को गिरफ्तार भी किया गया है। मामले की जानकारी देते हुए डिप्टी कमीश्नर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने मीडिया को बताया है कि FIR के अलावा पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) ने 34 चालान भी काटे हैं।
संयुक्त रूप से अनाज काटने वाले 13 लोगों में से हर एक पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। पीपीसीबी ने 8 लाख रुपये के मुआवजे के साथ 243 केस दर्ज किए हैं। जिले में पराली जलाने के मामले देखने के लिए 77 क्लसटर टीमों को काम पर लगाया गया है। पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार अग्रवाल के साथ वरिष्ठ पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों ने मंगलवार को कई गावों का दौरा किया है।
वहां, किसानों को समझाया जा रहा है कि वह अपने खेतों में पराली ना जलाएं। जिस भी किसान को पराली जलाते हुए पाया जा रहा है, उसके खिलाफ चालान के साथ ही FIR भी दर्ज की जा रही है। पुलिस ने गांव के सरपंचों से भी कहा है कि पराली जलाने की कोई घटना सामने ना आए। उन्होंने सरपंचों से कहा है कि शीर्ष अदालत भी ये बात कह चुका है कि ऐसी घटनाएं होने पर उनकी जवाबदेही बनती है।
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