भोपाल: देश में प्री वेडिंग शूट और शादी के संगीत कोरियोग्राफर बुलकार उससे डांस सीखना ट्रेंड में है, किन्तु मध्य प्रदेश के भोपाल में कई समाज और पंचायतों ने अपने-अपने समाज में शादी से इन सब पर रोक लगाने का निर्णय किया है. दरअसल, भोपाल के जैन, गुजराती और सिंध समाज ने इन सब पर पाबंदी लगा दी है. इसके पीछे उनकी दलील है कि लोग शादी को यादगार बनाने के लिए लाखों रुपए खर्च करके प्री वेडिंग शूट कराते हैं, किन्तु जब शादी से पहले ही यह संबंध टूट जाते हैं तो समाज में पूरे परिवार को शर्मिंदगी सहनी पड़ती है.
इसके साथ ही इन सब से शादी के खर्च का भार भी बढ़ता है. शादी के प्रोग्राम में कोरियोग्राफर बुलाकर उससे डांस सीखने को इन सभी समाज ने अश्लील बताया है. उनका मानना है कि बाहरी शख्स आकर लड़कियों को गलत ढंग से छूते हैं, जिसमें अश्लीलता नज़र आती है. इसके साथ ही उनका कहना है कि कई मामले तो ऐसे भी प्रकाश में आए हैं, जिसमें कोरियोग्राफर दुल्हन लेकर ही भाग जाते हैं, इसलिए इस पर रोक लगाना आवश्यक है.
वहीं युवाओं ने इस बात पर विरोध जताया है, इन युवाओं का कहना है कि यह उनकी आजादी है. वो अपनी शादी में क्या चाहते हैं. इन सब पर पाबंदी लगाना गलत है, यदि पाबंदी लगाना ही है तो दहेज लेने और मांगने पर लगाना चाहिए. इस प्रकार के फरमान से देश आगे बढ़ने की बजाए पीछे जाएगा.
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