पोर्न साइट्स के ब्लॉक होने से पोर्न CD/DVD की खरीदी बढ़ी
पोर्न साइट्स के ब्लॉक होने से पोर्न CD/DVD की खरीदी बढ़ी
Share:

इन दिनों मोदी सरकार पोर्न साइट्स को लेकर अपना कड़ा रुख अपनाये हुए है. सरकार अब तक 800 से ज्यादा पॉर्नोग्राफिक वेबसाइट्स को ब्लॉक कर चुकी है जिससे पॉर्न डीवीडी की चोरी-छिपे होने वाली बिक्री में काफी तेजी आई है. नई दिल्ली के पालिका बाजार, लाजपत नगर और पहाड़गंज जैसे मार्केट्स में पॉर्न डीवीडी खरीदने के लिए लोगों और रिटेलर्स के बीच काफी भीड़ देखी जा रही है. इस दौरान पॉर्न डीवीडी की बिक्री पहले से कई गुना बढ़ चुकी है. जहा पहले जो डीवीडी 100 रुपये में बिकती थी, वही पोर्न साइट्स पर बेन के बाद अब 300 रुपये तक में बिक रही है. करीब 300 रुपये की कीमत की 8 जीबी की एक नॉर्मल डीवीडी में हर तरह की 10-12 एचडी क्लिपें होती हैं.

वही कोलकाता में दुकानदारों ने सीडी के दाम 20 फीसदी से 30 फीसदी तक बढ़ा दिए हैं. पार्क सर्कस के एक दुकानदार ने जानकारी देते हुए बताया कि 20 रुपये में बिकने वाली सीडी अब 25 से 30 रुपये में बिक रही है. सबसे ज्यादा डिमांड वाली एमएमएस क्लिपें करीब दोगुने कीमत 30 से 40 रुपये में बिक रही हैं. वही एक दूसरे दुकानदार ने बताया कि इंग्लिश पॉर्न डीवीडी करीब 50 से 60 रुपये में बिक रही है. अगर बात लखनऊ की करें तो पॉर्न के कन्जयूमर्स ने बताया कि पाइरेटेड सीडी/डीवीडी 50 फीसदी ज्यादा दाम में बेचीं जा रही हैं.

वही बेंगलुरु में इससे एक कदम आगे डीवीडी से ज्यादा वीपीएन की मांग बढ़ी है. वीपीएन की मदद से कोई भी व्यक्ति सर्विस प्रवाइडर द्वारा किए गए ब्लॉक को आसानी से तोड़ सकता है. आपको बता दे की सरकार द्वारा पोर्न साइट्स पर किये गए बैन के खिलाफ कई लोग सोशल साईट पर अपना विरोध भी जाता रहे है. जिनमे बॉलीवुड के कई निर्माता, निर्देशक और फ़िल्मी सितारे भी सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे है. गौरतलब है की सरकार इससे पहले भी पोर्न साईट पर बैन लगाने का फैसला कर चुकी थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के इस फैसले में हस्तक्षेप कर इस मामले को होल्ड पर रख दिया था.

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -