नई दिल्ली: पैगम्बर मोहम्मद पर कथित विवादित टिप्पणी करने पर भाजपा द्वारा निलंबित की गईं प्रवक्ता नुपुर शर्मा को पाकिस्तान के एक पत्रकार का समर्थन मिला है। इससे पहले नीदरलैंड के सांसद और पाकिस्तानी मूल के लेखक तारिक फतेह ने भी नुपुर शर्मा का समर्थन किया था। पाकिस्तानी मूल के पत्रकार तहा सिद्दीकी ने नुपुर के समर्थन में ट्वीट करते हुए अपनी बात रखी है।
Instead of attacking #BJP & @NupurSharmaBJP for citing “verified” hadiths abt Ayesha being 9 when she married Mohammad, Muslim leaders should come together & delete it frm Bokhari/Muslim - if its not true - so no one can mock/accuse Mohammad of practicing child marriage #methinks
— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) June 7, 2022
तहा ने अपने ट्वीट में कहा है कि, 'नुपुर शर्मा और भाजपा पर हमला करने की जगह हदीस की पुष्टि क्यों नहीं करते। मुस्लिम नेताओं को इसके लिए आगे आना चाहिए और यदि ये हदीस गलत है, तो इसे फ़ौरन बुखारी से हटा देना चाहिए। जिससे कोई भी मजाक नहीं बना पाएगा।' बता दें कि तहा, न्यूयॉर्क टाइम्स, गार्जियन, अलजजीरा और फ्रांस-24 जैसे मीडिया हाउस के लिए लेख लिखते हैं।
वहीं, पाकिस्तानी मूल के जाने माने लेखक तारिक फतेह ने भी नुपुर का समर्थन करते हुए कहा है कि नुपुर शर्मा को जिहादियों से धमकियां मिल रही हैं। पुलिस को उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि, 'कई लोग हिंदुओं के देवी-देवताओं का मजाक बनाते हैं। उस पर कोई कुछ नहीं बोलता है, मगर यदि नुपुर ने कुछ बोल दिया तो उसके लिए इतना बखेड़ा बना दिया गया। नाइजीरिया में एक मुस्लिम ने चर्च में लोगों को मार डाला और किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह इस बात को उठा सके।'
इससे पहले नीदरलैंड के सांसद सांसद गिर्ट विल्डर्स ने कहा था, 'यह बहुत हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामिक देश भारतीय नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर के बारे में सच बताने पर भड़के हुए हैं। भारत क्यों माफी मांगे?' नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्डर्स ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, 'तुष्टीकरण कभी काम नहीं करता है। यह चीजों और अधिक खराब कर देता है। इसलिए भारत के मेरे मित्रों आप इस्लामी देशों की धमकी में नहीं आएं। आजादी के लिए खड़े हों और अपनी नेता नुपूर शर्मा के बचाव में गर्व महसूस करें और दृढ़ रहें, जिन्होंने पैगंबर को लेकर सच कहा था।'
भारत में छाती पर बम बांधकर फटेंगे 'अलकायदा' के आतंकी..., पैगम्बर विवाद पर इस्लामी संगठन ने दी धमकी
अगर 'पैगम्बर' का अनादर करना ईशनिंदा, तो 'महादेव' का अपमान करना कैसे जायज़ ?