इस्लामाबाद : पाकिस्तान हमेशा से ही मुह में राम और बगल में छुरी वाला रैवया अपनाता है. अभी तीन दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने नवाज शरीफ से मुलाकात की थी. पाक और भारत की बीच समझोते की स्याही सुखी भी नहीं थी कि पाकिस्तान ने अपनी बात से पलटी मार ली है. पाकिस्तान ने भारत से मुंबई हमले से जुड़े प्रमाण देने की मांग की है. इतना ही नहीं पाक ने ये भी कहा कि कश्मीर मुद्दे के बिना भारत और पाक के बीच कोई चर्चा नहीं हो सकती है. वही, दिल्ली में पाकिस्तानी हाई कमिश्नर (उच्चायुक्त) ने एक बार फिर अलगावादियों से नजदीकी दिखाई है और उन्हें ईद-मिलन के लिए निमंत्रण दिया है.
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि हमने मुंबई हमले से जुड़े सभी साक्ष्य की मांग की है और कश्मीर मुद्दे पर भी वार्ता करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि कश्मीर पर बातचीत के बिना कोई अन्य चर्चा संभव नहीं है. पत्रकारों को ब्रीफ करते हुए अजीज ने कहा है कि मोदी-नवाज की मुलाकात दोनों देशों के बीच तनाव कम करने की अच्छी पहल है, लेकिन हम अपने उसूल, सम्मान और प्रतिष्ठा से किसी प्रकार का समझोता नहीं कर सकते है.
उन्होंने कहा कि मोदी के साथ मीटिंग के दौरान शरीफ को भी समझौता ब्लास्ट से जुड़े प्रमाण की मांग करनी चाहिए थी. गौरतलब है कि पाकिस्तान का बयान उस वक़्त सामने आया है, जब उफा में मोदी और शरीफ के बीच मुलाकात में मुंबई हमले की सुनवाई में तेजी लाने और दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के बीच बातचीत पर स्वीकृति दी गयी थी.
पाक दूतावास ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को भेजा ईद मिलन का निमंत्रण
भारतीय आपत्तियों को दरकिनार करते हुए भारत में पाकिस्तानी दूतावास ने हुर्रियत कॉन्फ्रेंस को ईद मिलन समारोह में आने का निमंत्रण दिया है. भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने 21 जून को हुर्रियत नेताओं को ईद मिलन समारोह समिल्लित होने के लिए निमंत्रण दिया है.
इससे पहले उफा में मोदी-नवाज की मुलाकात के कारण बासित ने हुर्रियत नेताओं के साथ इफ्तार डिनर की योजना को रद्द कर दिया गया था. गौरतलब है कि अगस्त 2014 में अब्दुल बासित और हुर्रियत नेताओं की मुलाकात पर आपत्ति जताते हुए भारत ने पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की वार्ता निरस्त कर दी थी.