संयुक्त राष्ट्र: यमन में सितंबर वर्ष 2014 से प्रारंभ हुए संघर्ष के बाद करीब 2 हजार से अधिक बच्चों की मृत्यु हो गई है। संयुक्त राष्ट्र में इस मामले में यूएन के मानवाधिकार मामलों के अंडर सेके्रटरी जनरल स्टीफन ओब्रायन ने कहा कि इस संघर्ष के चलते 90 से भी ज़्यादा बच्चों को मौत का सामना करना पड़ा और और उनकी जान चली गई है।
इस तरह के मामलों में उन्होंने कहा कि कुछ बच्चे तो गोलीबारी से मर गए तो कुछ इसके डर से ही मर गए हैं, तो दूसरी ओर हवाई हमलों में जिस तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर कोलेप्स होता है उसमें दबकर और अन्य तरह से भी बच्चे मर रहे हैं यहां पर चिकित्सा सुविधाऐं और शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त किया गया है।
चिकित्सालय और विद्यालय भवन तक जमींदोज़ किए जा चुके हैं ऐसे में यह सब असहनीय सा लगता है। संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी ने कहा कि विद्रोही मार्ग में बाधा पहुंचाते हैं ऐसे में लोगों तक समय पर मदद पहुंचाने में मुश्किल होती है।