पटना: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मात देने के लिए 15 विपक्षी दलों का पटना में महाजुटान हुआ। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आवास पर लगभग पौने चार घंटे तक विपक्ष का मंथन चला। मीटिंग में नीतीश को गठबंधन का संयोजक बनाने पर मंथन हुआ है, लेकिन फैसला अगली मीटिंग में होगा। अगली बैठक जुलाई में शिमला में होगी।
रिपोर्ट के अनुसार, पटना की मीटिंग की शुरुआत में ही ममता बनर्जी ने नेताओं से महत्वाकांक्षा का त्याग करने की बात करके बैठक का टोन सेट कर दिया कि सबको कुर्बानी देनी होगी तभी विपक्ष एकजुट हो पाएगा। ममता ने कल लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद भी कहा था कि एक के खिलाफ एक लड़ेगा, जो नीतीश के वन अगेंस्ट वन के फॉर्मूला को तृणमूल कांग्रेस (TMC) का समर्थन माना जा रहा है।
वहीं, इस मीटिंग में जहां शिवसेना (UBT) के उद्धव ठाकरे ने दिल्ली के अध्यादेश को लेकर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन देने की बात उठाई, वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उमर अब्दुल्ला ने केजरीवाल से अनुच्छेद 370 पर AAP का रुख स्पष्ट करने के लिए कहा। केजरीवाल ने अपने भाषण में दिल्ली सरकार के अधिकार को लेकर केंद्र के अध्यादेश पर चर्चा की और राज्यसभा में सबका समर्थन मांगा।
एकता बैठक में बंगाल कांग्रेस पर भड़क गईं ममता बनर्जी, देखते रह गए राहुल-खड़गे