जयपुर में स्थित प्रसिद्ध नाहरगढ़ किले के म्यूज़ियम में कल हंगामा हो गया. मानव लिंग की तरह दिखने वाली आकृति को शिवलिंग बताने पर हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने इसे धार्मिक आस्था का अपमान बताया और कहा कि इसे देखकर विदेशी पर्यटक हिन्दू सनातन संस्कृति का मज़ाक उड़ाएंगे.
नाहरगढ़ किले में माघवेंद्र महल के म्यूजियम में करीब तीन फुट की मानव लिंग जैसी कलाकृति प्रदर्शित की गई जिसे शिवलिंग नाम दिया गया. इस पर कल करीब एक बजे, धरोहर बचाओ समिति, आज़ाद हिन्द फौज और शिवसेना के कार्यकर्ता फोर्ट पहुंचे और दरवाजे पर प्रदर्शन करते हुए, पुरातत्व विभाग और म्यूजियम प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस बीच किसी पर्यटक को अंदर नहीं जाने दिया गया. नाहरगढ़ फोर्ट अधीक्षक कृष्णकान्त शर्मा सहित फोर्ट प्रशासन की समझाइश के बाद यह लोग यहाँ से गए और ब्रह्मपुरी थाने में लिखित शिकायत दर्ज की.
इस शिकायती पत्र में पुरातत्व विभाग के अधिकारियों, म्यूजियम प्रबंधन और इस विवादित कलाकृति को बनाने वाले कलाकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने एवं इस आकृति को वहां से हटाने की मांग की गई है. धरोहर बचाओ समिति के भारत शर्मा के अनुसार, “मानव लिंग इस आकृति को शिवलिंग बताया जाता है. इससे देश—विदेश में हिंदू धर्म की आस्था का उपहास होता है. इससे धार्मिक भावनाएं आहत हो रही है.” फिलहाल जिस कमरे में यह आपत्तीजनक कृति रखी है उसे बंद कर दिया गया है.
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