नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा सेक्टर 37 में कथा के नाम पर एक मैदान में लगाए गए पंडाल को प्रशासन ने बुधवार को हटा दिया है. अधिकारियों का कहना है कि ये पंडाल गैरकानूनी रूप से लगाया गया है और इसके लिए किसी प्रकार की मंजूरी भी नहीं ली गई है. इस कार्यवाही से दो दिन पहले ही नोएडा पुलिस ने सेक्टर 58 में कंपनियों को नोटिस भेजकर कहा है कि अगर उनका कोई भी कर्मचारी पार्क में नमाज पढ़ता पाया जाता है तो कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी.
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ग्रेटर नोएडा के पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा है कि उन्हें सेक्टर 37 में रहने वाले कुछ लोगों की तरफ से शिकायत मिली थी कि कासना इलाके में कुछ लोगों ने पूजा के लिए गैरकानूनी रूप से पंडाल लगाया है. जिसके बाद कार्यक्रम के बीच ही पहुंच कर प्रशासन ने पंडाल को हटा दिया है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अतिक्रमण दस्ते के पंडाल उखाड़ देने पर आयोजन करने वाले लोगों में आक्रोश है. अधिकारियों ने कहा है कि बिना मंजूरी के भागवत कथा का आयोजन पार्क में किया जा रहा था. श्रद्धालुओं के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. बताया जा रहा है कि यहां क्षेत्र के कुछ लोगों ने पहले मूर्तियों की भी स्थापना की थी, लेकिन प्राधिकरण यहां पर किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधि की अनुमति नहीं देता है.
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प्रशासन द्वारा आयोजकों को बता दिया गया है कि अगर उन्हें पूजा के लिए या किसी भी अन्य समारोह के लिए पंडाल लगाना है, तो वे ग्रेटर नोएडा अथोरिटी से अनुमति लेकर लगा सकते हैं. कासना पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी रामफल सिंह ने स्पष्ट किया है कि पंडाल हटाने के कार्य में पुलिस का कोई अधिकारी संलिप्त नहीं था.
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