काठमांडू : नेपाल में सरकार और मधेशियों के बीच चल रही तनातनी बढ़ती ही जा रही है। जहां एक ओर मधेशी अपनी ही बात पर अड़े है, तो वहीं सरकार भी टस से मस होने को तैयार नही है। सरकार और मधेशी के बीच छिड़ी जंग का परिणाम आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। शुक्रवार को दोनो पक्षों के बीच फिर से बातचीत हुई लेकिन नतीजा शून्य निकला। दोनो पक्ष अपनी मांगो पर अडिग है।
दूसरी ओर विपक्षी नेपाली कांग्रेस दल इस बैठक में शामिल ही नही हुए। नेपाल कांग्रेस के महासचिव प्रकाश मानसिंह ने इसका कारण बताते हुए कहा कि नेपाली कांग्रेस वार्ता में शामिल नहीं हुई क्योंकि पार्टी ने सरकार, फ्रंट और नेपाली कांग्रेस के बीच त्रिपक्षीय बैठक में शामिल होने से पहले वरिष्ठ मधेसी नेताओं के साथ बातचीत करने को प्राथमिकता दी।
बता दें कि नए सरकार के गठन के बाद से ही सरकार और मधेशी के बीच गतिरोध जारी है। जिसके कारण हालात बेहद खराब है। कई बार गोलीबारी, आगजनी व प्रदर्शन की घटनाएँ भी सामने आ चुकी है। इन सबका असर नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थो की किल्लत के रुप में सामने आई है। कुछ दिनों पूर्व ही मधेसियों ने 3 हजार लीटर पेट्रोल व डीजल में आग लगा दी।