तिहाड़ जेल प्रशासन के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय व दिल्ली सरकार को निर्भया के आरोपी मुकेश कुमार ने दया याचिका भेजी है. मुकेश ने बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की थी. जिसे कोर्ट ने सीधे तौर पर सुनवाई के बाद खारिज कर दी थी. वही, इसके बाद दिल्ली हाई कोर्ट में डेथ-वारंट के खिलाफ याचिका दायर की. इस पर बुधवार को सुनवाई होगी.वहीं, इस याचिका को लेकर निर्भया की मां ने कहा 'वह जो चाहे करे, जबकि सबकुछ साफ हो चुका है. वह चाहे हाई कोर्ट जाए या सुप्रीम कोर्ट. मुझे आशा है कि उसकी याचिका खारिज होगी.'
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि मुकेश ने राष्ट्रपति व उपराज्यपाल के समक्ष दया याचिका लंबित होने का हवाला दिया है. दिल्ली सरकार अब दया याचिका पर फैसला कर इसे उपराज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजेगी. अधिवक्ता वृंदा ग्रोवर के माध्यम से दायर याचिका में मुकेश ने डेथ-वारंट पर रोक लगाने की मांग करते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो उसकी दया याचिका का संवैधानिक अधिकार निष्फल रह जाएगा. अगर दया याचिका खारिज हो जाती है तो फांसी देने से 14 दिन पहले उसे नोटिस दिया जाना चाहिए.
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अगर आपको नही पता तो बता दे कि मंगलवार को हुई अहम सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने दोषी मुकेश सिंह और विनय कुमार शर्मा की सुधारात्मक याचिका खारिज कर दी. इस पर निर्भया की मां ने कहा- मुझे पूरा भरोसा था कि उनकी क्यूरेटिव याचिका खारिज हो जाएगी. वे चाहे जितनी भी याचिकाएं दायर करें, हम उनका सामना करने के लिए तैयार हैं. मुझे भरोसा है कि 22 जनवरी को उन्हें फांसी होगी. वहीं, निर्भया के पिता का कहना है कि मैं उन चारों दरिंदों को फांसी के फंदे पर लटकते देखना चाहता हूं.
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