विश्वव्यापी कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से इस बार रमजान भी फीका हो गया हैं. सऊदी अरब में रमजान शुरू होने के एलान के बाद आज भारत में चांद रात होगी और शनिवार को रोजे रखने की शुरुआत हो जाएगी. लेकिन इस बार न तो इफ्तार की दावत होगी और न ही मस्जिदों में रोजे की नमाज ही पढ़ी जाएगी. कोरोना के बढ़ते खतरे इन सभी पर रोक लगा दी है. उलेमाओं ने सभी से अपने घरों में रहने और वहीं पर इबादत करने का आदेश दिया है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दारुल उलूम देवबंद ने बाकायदा इसके लिए हिदायतें भी जारी की हैं. भारत के चीफ इमाम डॉक्टर इमाम उमर अहम इलियासी ने भी कहा है कि सभी अपने घरों में रहे और वहीं पर नमाज भी पढ़ें. आपको बता दें कि उनके द्वारा देशभर की मस्जिदों को बंद करने का आदेश पहले से ही दिया जा चुका है. इस बार रमजान ओर रोजेदारों के लिए के जो हिदायतें जारी की गई हैं वो इस प्रकार हैं:-
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1.इस बार पहला पहला रोजा सुबह 04:15 बजे से शाम के 6:54 तक होगा. ये 15 घंटे नौ मिनट 2.का होगा तो वहीं वहीं आखिरी रोजा 15 घंटे एक मिनट का होगा.
3.फर्ज और तरावीह की नमाज घर पर ही अदा होंगी. पहले ये पहले मस्जिदों में होती थीं. इस बार कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है.
4.कहीं पर भी शबीने ( कुरआन-ए-पाक सुनना) नहीं होंगे न ही सामूहिक रूप से रोजा इफ्तार के कार्यक्रम होंगे. इसके लिए अब कई एप और वेब पोर्टल उपलब्ध किए गए हैं.
5.इस बार सहरी की सूचना देने के लिए टोलियां नहीं निकलेंगी. अब ऑनलाइन के जरिए सहरी और इफ्तारी की सूचना रोजेदारों को दी जाएगी
6.इस बार सभी लोग चांद का दीदार भी अपने ही घर से करेंगे.
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