हरियाणा/पानीपत : बलात्कार के आरोपी आसाराम के बेटे नारायण साईं को सोमवार (आठ जून) को गुजरात पुलिस अदालत में पेश नहीं कर सकी। इसका कारण यह बताया गया है कि ट्रेन में अलग कोच की व्यवस्था नहीं हो सकी थी। अब पुलिस फिर से अलग कोच बुक कराने की व्यवस्था कर रही है। इस वजह से संभवत: करीब 15 दिन में साईं को गुजरात से पानीपत लाया जा सकेगा।
अलग कोच बुक करने की जरूरत क्या है ?
पुलिस का मनना है कि ट्रेन में साईं के समर्थकों द्वारा उत्पात मचाए जा सकता है, इसी आशंका के कारण पुलिस नारायण साईं को ले जाने के लिये एक अलग कोच बुक कराना चाहती है। रेलवे को इस संबंध में अर्जी भेजी गयी थी, लेकिन रेल्वे द्वारा कहा गया कि फिलहाल अलग कोच बुक करना संभव नहीं हो सकेगा।
नारायण साईं को पानीपत क्यों लाना था ?
फिलहाल नारायण साईं गुजरात की लाजपोर सेंट्रल जेल में बंद है। उससे महेंद्र चावला पर हमले के बारे में पूछताछ की जानी है। महेंद्र चावला बलात्कार केस में फंसे आसाराम और नारायण साईं के खिलाफ मुख्य गवाह हैं। चावला ने नारायण साई और उसके पिता आसाराम पर अपने ऊपर हुए हमले में हाथ होने का आरोप लगाया है। चावला पर पानीपत में 13 मई को जानलेवा हमला हुआ था। उसीके केस में पानीपत की कोर्ट का आदेश था कि पुलिस 8 जून को नारायण साईं को पानीपत लाकर इस मामले में पूछताछ करे। मगर पुलिस ऐसा नहीं कर सकी और उसने अदालत से पुनः समय मांगा है।