भाजपा सरकार में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि नागरिकता संशोधन बिल किसी की नागरिकता लेने के लिए नही लाया गया है. उन्होंने कहा कि यह बिल उनके लिए लाया गया है जिन पर वर्षों से अत्याचार किया गया है.
पूर्व CM सिद्धारमैया की तबीयत हुई खराब, आइसीयू में कराया गया भर्ती
अपने बयान में नकवी ने बिल का विरोध करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि भय और भ्रम का भूत खड़ा कर झूठ का माहौल बनाया जा रहा है. सोनिया गांधी कह रही हैं कि काला दिन, जब देश का बंटवारा कराया था तब काला दिन नहीं था क्या. उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व के लोगों को बरगलाया जा रहा है. यह किसी धर्म के खिलाफ नहीं है.
अमित शाह के बयान से नाराज बांग्लादेश, कुछ ऐसा कहकर किया पलटवार
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 बुधवार को राज्यसभा में पारित हो गया. यह विधेयक लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है. राज्यसभा में विधेयक के पक्ष में 125 जबकि विपक्ष में 105 वोट पड़े. इससे पहले विधेयक को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया गया.
हाल ही में कांग्रेस से हाथ मिलाने वाली शिवसेना के सदस्यों ने विधेयक पर वोटिंग में किनारा किया. वहीं, जनता दल (यूनाइटेड) ने विधेयक का समर्थन किया. नागरिकता संशोधन विधेयक को संसद की मंजूरी मिलने के बाद अब देश के विभिन्न हिस्सों में अवैध तरीके से निवास करने वाले अप्रवासियों के लिए अपने निवास का कोई प्रमाण पत्र नहीं होने के बावजूद नागरिकता हासिल करना सुगम हो जाएगा.
'जिस स्कूल में पढ़ते हैं भाजपा सांसद, हम वहां के हेडमास्टर'
नागरिकता संशोधन विधेयक : असम में हिंसा ने लिया उग्र रूप, रणजी ट्रॉफी निलंबित
दिल्ली में कुछ समय तक स्थगित रहेगी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा, केजरीवाल सरकार ने बताई ये वजह