इंदौर: मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में राज्य के हर जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मिली जानकारी के तहत कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बीते शनिवार को इंदौर में आद्योगिक संगठनों और आपदा प्रबंधन समूह की बैठक हुई। इस दौरान बैठक के बाद शहर में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कई बड़े निर्णय लिए गए। मिली जानकारी के तहत इस बैठक के बाद जिले में औद्योगिक इकाइयों को चालू रखने पर सहमति बनी लेकिन इसके लिए कुछ दिशा निर्देश निर्धारित किए गए। इस बैठक के दौरान फैक्ट्री और कारखानों में काम करने वालों को अलग-अलग टाइम पर बुलाया जाएगा, इसी के साथ निर्धारित समय पर ही वर्कर्स घर जा सकेंगे।
कहा जा रहा है सुबह की शिफ्ट के वर्कर्स साढ़े आठ से दस बजे के बीच और शाम की शिफ्ट के वर्कर्स छह से सात बजे और रात के समय एक बजे से ढाई बजे तक काम कर सकेंगे। आपको हम यह भी बता दें कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए राजगढ़ और ब्यावरा जिलों में भी कई पाबंदियां लागू की गई हैं। जी दरअसल इन दोनों ही जिलों में अब कॉमर्शियल परपज से चलने वाले कार और टैक्सी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी के साथ राजगढ़ के जिलाधिकारी ने एक बयान में कहा है कि, ''शहर में कोविड प्रोटोकॉल लागू है और अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के बाजार और दुकानें बंद रहेंगी। कोरोना संकट को देखते हुए सब्जी की नीलामी पर भी रोक लगा दी गई है।''
वहीं उन्होंने बताया कि औद्योगिक संगठनों और आपदा प्रबंधन की बैठक के बाद यह तय हुआ कि यदि कारखानों और फैक्ट्री की बसों से आना जाना करता है तो उस पर प्रतिबंध नहीं होगा। फैक्ट्री की बसे सभी टाइम चलेंगी लेकिन यदि कोई कर्मचारी अपने निजी वाहन से आना चाहता है तो उसे निर्धारित टाइम स्लॉट पर ही आना पड़ेगा।।
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