इंदौर। शहर में रहने वाले शुभम शर्मा और उनकी माँ बीस घंटे से ज्यादा समय तक भूखे प्यासे जाम में फंसे रहे। इस वजह से वे राज्य उपभोक्ता फोरम में भी उपस्थित नहीं हो पाए। शर्मा परिवार ने अधिवक्ता आनंद सोसरिया के माध्यम से सिहोर के कलेक्टर और पं प्रदीप मिश्रा को नोटिस भेजा है।
रुद्राक्ष वितरण समारोह के दौरान फैली अव्यवस्था ने पं प्रदीप मिश्रा और सिहोर प्रशासन पर एक करोड़ का दवा लगाया गया है। यह दावा शुभम शर्मा और उनकी माताजी विजया शर्मा इंदौर के रहवासी की तरफ से लगाया गया है। बताया गया है की सुबह छह बजे शुभम शर्मा और उनकी माताजी भोपाल के लिए रवाना हुए थे। उस दिन पं मिश्रा के रुद्राक्ष वितरण आयोजन में लाखों लोग जुटे थे और इंदौर भोपाल रोड पर यातायात घंटों तक बाधित हो गया था। आष्टा से भोपाल रूट का जाम तक घंटों तक नहीं खुला था। और साथ ही शुभम शर्मा और उनकी माताजी करीब बीस घंटे से ज्यादा समय तक भूखे प्यासे इस जाम में फंसे रहे।
इस वजह से वे राज्य उपभोक्ता फोरम में भी समय से उपस्थित नहीं हो पाए। शर्मा परिवार ने अपने अधिवक्ता आनंद सोसरिया के माध्यम से सिहोर कलेक्टर, एसपी और पं प्रदीप मिश्रा को एक करोड़ का नोटिस भेजा है। जिसमें कहा गया कि उनके पक्षकार ने बीस घंटे से ज्यादा की प्रताड़ना झेली। तेज धूप में असहज परिस्थिति में गुजारा गया समय परेशानी भरा था। इस दौरान न ट्रैफिक पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाया और न ही जिला प्रशासन ने समुचित कदम उठाए। लाखों लोग जाम में फंसे रहे, जिनमे बच्चे बुजुर्ग और महिलाए भी शामिल थी।
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