मुंबई हमले के लिए आतंकियों को मिले थे यामाहा इंजन
मुंबई हमले के लिए आतंकियों को मिले थे यामाहा इंजन
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इस्लामाबाद : मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले में जापानी इंजन का भी हाथ था, जी हां, आप इस बात को जानकर चौक गए होंगे दरअसल यहां हमारे कहने का अर्थ कुछ और है। हाल ही में यह जानकारी सामने आई है कि पाकिस्तानी कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन द्वारा इस मामले में कहा गया कि उनकी कंपनी द्वारा हमले की साजिश रचने वाले और हमलावर अमजद खान को जापानी यामाहा इंजन सेल किए थे। मामले में कहा गया कि इन इंजनों को अजमल कसाब सहित आतंकियों को भी सौंपा गया था। मिली जानकारी के अनुसार कंपनी के प्रबंधन द्वारा हाल ही में इस तरह की जानकारी प्रदान की गई है। इस दौरान कंपनी की ओर से कहा गया है कि फर्म द्वारा फरार भगोड़े आरोपी अमजद खान को इंजनों का विक्रय किया गया था। अमजद को लेकर जानकारी सामने आई है कि यह लश्कर ए तैयबा का फाइनेंसर है।

जिसकी तलाश की गई। उल्लेखनीय है कि आतंकियों ने इन इंजनों का उपयोग एक नाव के माध्यम से मुंबई पहुंचने के लिए किया। मामले में दो अतिरिक्त गवाह भी सामने आए। इस दौरान कहा गया कि लखवी 10 अप्रैल से जमानत पर हैं। मामले में 6 और आरोपियों को पकड़ लिया गया था। हालांकि इन आरोपियों को पाकिस्तान की जेल में ही बंद रखा गया है। और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी के बीच पाकिस्तान को आतंक को शरण देने वाले देश के तौर पर देखा जाता है।

मामले में कहा गया है कि अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमाद अमीन सादिक, शाहिद जमीन, रियाज, जमील अहमद, यूनिस अंजुम आदि को यहां की अडियाला जेल में रखा गया है। इस मामले में लखवी की सनवाई लंबित है। दूसरी ओर जकी उर्ररहमान लखवी को  जमानत भी दे दी गई है। मामले को लेकर भारत पहले ही पाकिस्तान को डाजियर दे चुका है। इसमें अधिकांश में खान का ही नाम शामिल है। दूसरी ओर 20 संदिग्धों पर 2009 में आतंकवाद निरोधी न्यायालय के तहत आरोप पत्र दायर किए गए।

हालांकि पाकिस्तान की जेल में और पाकिस्तानी न्यायालय में इन आरोपियों पर वाद चलने के कारण इनकी सजा और मामले की सुनवाई पर संदेह बना हुआ है। भारत कई बार इन आरोपियों को सौंपे जाने की मांग कर चुका है लेकिन पाकिस्तान भारत की मांग को टालता रहा है लेकिन माना जा रहा है कि अब पाकिस्तान पर लगातार आतंकवाद का सफाया करने का दबाव बन रहा है ऐसे में पाकिस्तान को इन आतंकियों के विरूद्ध कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।

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