श्रीनगर : लंबे इंतजार के बाद सोमवार को पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सईद जम्मू-कश्मीर के 13 वें व राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करेंगी। इसके बाद भी पीडीपी के टीम में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर बीजेपी अपने मंत्रिपरिषद् के एक निर्दलीय सदस्य को हटा सकती है।
महबूबा ने फोन कर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला व फारुक अब्दुल्ला को भी शपथ समारोह में आमंत्रित किया है। सुबह 11 बजे राज्यपाल एन एन वोहरा महबूबा को राज्य के मुख्यमंत्री पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। उनके साथ 16 कैबिनेट मंत्री व 8 राज्य मंत्री भी शपथ लेंगे। साथ ही बीजेपी के दो मंत्रियों को स्वंतत्र प्रभार दिया जाएगा।
उधर बीते 1 मार्च को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के साथ शपथ लेने वाली टीम में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। बीजेपी के सूत्रों ने संकेत दिए कि उधमपुर के विधायक पवन कुमार गुप्ता को नई टीम से हटाया जा सकता है जो राज्यमंत्री थे।
बीजेपी विधायकों ने अपनी पार्टी के नेतृत्व से कहा है कि मंत्रिपरिषद् में किसी निर्दलीय सदस्य को लाने के बजाए उसके सदस्यों को लाया जाए। सईद की कैबिनेट में गुप्ता वित्त और सूचना तथा प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री थे। महबूबा द्वारा दिए गए न्योते पर फारुक ने कहा कि हाँ मेरे पास फोन आया था और मैं जाऊंगा।
पिछले वर्ष विदेश में इलाज के कारण वो मुफ्ती मोहम्मद सईद के शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हो पांए थे। इसके बाद उमर ने भी ट्वीट कर कहा कि महबूबा ने फोन कर उन्हें ओथ सेरेमनी में आने का न्योता दिया है। उधर कांग्रेस इश शपथ समारोह का बहिष्कार करने पर आमादा है। पार्टी के प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने बताया कि राज्य में संघ की दखल से सरकार बन रही है। बीजेपी-पीडीपी का गठबंधन किसी भी मायने में सही नहीं है।