शिलांग: मेघालय के पूर्वी जयंतिया हिल्स में एक कोयला खदान में कई दिनों से मजदूरों के फंसे रहने के मामले के बाद, इसी जिले में एक अन्य कोयला खदान में भीषण हादसा हो गया है. यहां के मूकनोर गांव में कोयले की एक खदान ढहने से रविवार को 2 लोगों की मृत्यु हो गई है. एक संबंधित अधिकारी के अनुसार, जिस खदान में ये हादसा हुआ, वो भी अवैध बताई जा रही है.
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इस घटना पर पूर्वी जयंतिया हिल्स पुलिस ने बताया है कि, ''ऐसा लग रहा है कि मारे गए खनिक कोयले को निकालने का प्रयास कर रहे थे. उसी समय पत्थर आकर उनसे टकरा गए. खदान के मालिक की पहचान करने के लिए जांच चल रही है.'' इस बीच पूर्वी जयंतिया हिल्स के कसान गांव में फंसे खनिकों के लिए बचाव अभियान जारी है. अग्निशमन दस्ते ने खदान से पानी निकालने के लिए शाफ्ट नंबर 2 से 7 घंटे, शाफ्ट नंबर 3 से 6.30 घंटे तक पंपों को चलाया है. इन दोनों शाफ्ट से महज 4 फीट पानी कम हुआ है, वहीं दूसरी तरफ नदी से पानी रिसने के कारण से पानी का स्तर बढ़ गया.
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इस तरह पानी के स्तर में केवल 2 फीट की ही कमी देखी गई. अब तक दोनों शाफ्ट से 12,15,000 लीटर पानी खदान से निकाला जा चुका है. उल्लेखनीय है कि इस खदान में गत 13 दिसंबर से 15 मजदूर फंसे हुए हैं. ये खदान मेघायल की राजधानी शिलांग से 130 किलोमीटर कि दूरी पर स्थित है. शुक्रवार को ग्रीन कोर्ट ने मेघालय में अवैध खनन रोकने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार पर 100 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोंक दिया था. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने भी खदान में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी.
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