भगवान शिव के ही एक अंश माने जानेवाले अनन्य राम भक्त हनुमान का ननिहाल झारखण्ड में ही स्थित है, जिसे हम आंजन गांव के रूप में जानते हैं. आंजन गांव माता अंजनी और हनुमान का जन्मस्थल है. व की सीमा पर स्थित एक पहाडी को आंजन पहाड कहा जाता है, जिसमें एक गुफा है उसी गुफामें भगवान रुद्र स्वरूप हनुमान का अवतार हुआ था.
इस गांव में प्राचीन काल में 360तालाब व उतनी ही संख्या में शिवलिंग थे. माता अंजनी में भगवान शिव की अनन्य भक्ति थी, जो प्रतिदिन एक-एक तालाब में स्नान कर एक-एक शिवलिंगकी पूजा करती थी. अब भी गांव में सौ से अधिक शिवलिंग मौजूद हैं, जो विभिन्न आकार-प्रकार के हैं.
अंजनी गुफा में प्राचीन काल से स्थापित अंजनी माता की सुंदर प्रतिमा को आंजन गांव में एक मंदिर बना कर स्थापित कर दिया गया है.इस तीर्थ की सबसे बडी विशेषता यह है कि वहां स्थापित प्रतिमा में माता अंजनी शिशु हनुमान को स्तनपान कराती दिखाई गई हैं. इस स्थान को सिद्ध स्थल माना गया है और ऐसा विश्वास है कि यहां मनौतियां बहुत जल्दी फलवती होती हैं। विशेष कर सुयोग्य पुत्र प्राप्त होने की मनौती मानी जाती है.