दंतेवाड़ा : केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले को लेकर कहा है कि दंतेवाड़ा में बारूदी सुरंग के विस्फोट के कारण उसके जो जवान शहीद हुए थे, उनकी आवाजाही की सूचना लीक की गई थी। हालांकि यह पता नहीं लग सका है कि यह जानकारी किन जासूसों ने लीक की थी। उनका कहना था क जासूस बल का भी हो सकता है और बाहर का भी हो सकता है। सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जवान अचानक पहुंचे थे और वे सादी वर्दी में थे। ऐसे में बारूदी सुरंग विस्फोट होने को लेकर अंदेशा जताया जा रहा है कि यह जानकारी लीक कर किया गया हो।
अधिकारी ने कहा कि हो सकता है सडक के नीचे करीब 50 से 60 किलो विस्फोटक लगा हो। यही नहीं उन्होंने कहा कि जवान किसी तरह के अभियान पर नहीं थे वे सामान्य वाहन से और सादे परिधान में जा रहे थे। ऐसे में आशंका है कि नक्सलियों को जवानों के जाने की जानकारी दी गई हो। अब इस मामले में जांच की जा रही है कि इस जानकारी को किसने लीक किया। उनका कहना था कि सीआरपीएफ ने कोर्ट आॅफ इन्क्वायरी के आदेश जारी कर दिए हैं
यही नहीं बम निरोधक दस्ते को जांच हेतु बुलाया गया है। उल्लेखनीय है कि 230 वीं बटालियन के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में नक्सल-विरोधी अभियानों के लिए उन्हें तैनात किया गया था। इन जवानों को हर समय हथियार साथ में रखने थे लेकिन सफर करते समय इस बार उन्होंने हथियार क्यों नहीं रखे इस बात पर भी जांच की जाएगी।