कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की अगुवाई वाली सरकार ने तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर गुरुवार को विधानसभा में एक प्रस्ताव पेश किया। वहीं, सदन में भारी हंगामे के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने वाकआउट कर दिया। सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र को इन तीनों कानूनों को रद्द कर देना चाहिए या सत्ता छोड़ देनी चाहिए।
भाजपा के विधायकों के हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद बनर्जी ने कहा कि पीएम मोदी को इन कानूनों को रद्द करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए। चटर्जी द्वारा प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा के विधायक दल के नेता मनोज तिग्गा की अगुवाई में पार्टी के MLA सदन में आसन के लगभग पहुंच गए और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार कानूनों के खिलाफ 'भ्रामक अभियान' चला रही है।
इसके बाद में 'जय श्री राम' का उद्घोष करते हुए तिग्गा के साथ पार्टी के MLA सदन से बाहर चले गए। सीएम ममता ने कहा कि, ''हम किसान विरोधी कानूनों का विरोध करते हैं। हम इन्हें फ़ौरन वापस लिए जाने की मांग करते हैं। केंद्र को या तो तीनों कानूनों को रद्द करना चाहिए या सत्ता से हट जाना चाहिए ।''