नई दिल्ली : लंबे अर्से से जारी रामलला-बाबरी मस्जिद विवाद क्या महंत ज्ञानदास के ऑफर से सुलझ जायेगा? यह सवाल अब सबके मन में उठने लगा है. बता दें कि हनुमानगढ़ी के महंत ज्ञानदास ने कहा है कि बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब यदि रामलला से मुकदमा हटाकर निर्मोही अखाड़े के पक्ष में बयान दे दें तो वह अड़गड़ा की शाही मस्जिद मुस्लिम समाज को तोहफे में दे देंगे.
दरअसल महंत ज्ञानदास की यह प्रतिक्रिया शाही मस्जिद की मरम्मत कराने को लेकर हाजी महबूब के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि महंत ज्ञानदास मुसलिम समाज के हितैषी हैं तो वह अड़गड़ा की शाही मसजिद वाली भूमि दान कर दें. इस मामले में हाजी महबूब का कहना था कि महंत ज्ञानदास सस्ती लोकप्रियता के लिए मस्जिद की मरम्मत के लिए सहायता की बात कर रहे हैं और ये बाते अपने फायदे के लिए कर रहे हैं. यही नहीं उन्होंने कहा था कि यदि वे कुछ करना चाहते हैं तो हदिया (तोहफा) के तौर पर हमें मस्जिद दान दे दें.
हाजी मेहबूब के अड़गड़ा की शाही मस्जिद मुस्लिम समाज को तोहफे में दे देने की मांग के जवाब में हाथों हाथ रामलला से मुकदमा हटाकर निर्मोही अखाड़े के पक्ष में बयान देने का ऑफर रखकर अब गेंद मुस्लिम समाज के पाले में डाल दी. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हाजी मेहबूब महंत ज्ञानदास के ऑफर को मंजूर करते हैं या अपने कदम पीछे हटाते हैं.