नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से बढ़ रहे का के खिलाफ प्रदर्शन के चलते शाहीन बाग में 40 दिनों से चल रहे प्रदर्शन के चलते बंद रास्ते को खुलवाने के लिए स्थानीय इलाके के लोग सड़कों पर उतरेंगे. रास्ता बंद होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यह पैदल मार्च 2 फरवरी को सरिता विहार से निकाला जायेगा, जिसमें कई दूसरे मोहल्ले के लोग भी शामिल होंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोगों का आरोप है कि पहले शाहिनबाग प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा था, लेकिन वहां पर लगातार हिंसा की घटना सामने आ रही है. शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी उस रास्ते से पैदल जाने वालों से भी मारपीट कर रहे हैं. लेकिन इस संबंध में लोगों ने दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त से भी मिलकर जल्द सड़क खुलवाने की मांग की है. वहीं माना जा रहा है कि अगर पुलिस ने जल्द कोई कठोर कदम नहीं उठाया तो शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी और कॉलोनी के लोग आमने-सामने हो सकेत हैं.
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि शाहीनबाग से सटे सरिता विहार, जसोला, मीठापुर विलेज, जैदपुर, मदनपुर और हरिकेशनगर में रहने वाले लोग रास्ता बंद होने से काफी परेशान हैं. इन इलाकों में रहने वाले लोगों का आरोप है कि शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी अब पैदल व दो पहिया वाहन से सड़क पार करने की कोशिश करने पर भी मारपीट पर उतारू हो जाते हैं. जंहा इस हिंसा के बाद शाहीन बाग प्रदर्शन के खिलाफ स्थानीय लोग सड़कों पर उतरेंगे. सड़क बंद होने की वजह से परेशान लोग 2 फरवरी को प्रदर्शन करेंगे. जकंहा इस बात का पता चला है कि इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग शाहीन बाग तक मार्च निकालेंगे. लोगों की मांग है कि बंद सड़क को आम लोगों के लिए जल्द शुरू किया जाये. लोगों का कहना है कि अब यह प्रदर्शन राजनीतिक होता जा रहा है, इसलिए लोगों के सब्र का बांध खत्म हो रहा है.
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