लखनऊ : यूपी में बनी योगी सरकार के आते ही एलडीए वीसी आईएएस सत्येन्द्र सिंह के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं. इन पर गोमतीनगर में 44 प्लॉट के भूमि उपयोग बदलकर व्यवसायिक बनाने का आरोप लगा है. कहा जा रहा है कि इन्होंने नियम के विरुद्ध जाकर प्लॉट आवंटित किये. ये पूरा घोटला 1200 करोड़ का बताया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि इस बहुचर्चित घोटाले में कई नेता और अधिकारी शामिल हैं. कहा जा रहा है कि गोमतीनगर में 28 अधिकारियों और नेताओ के भूमि उपयोग बदले गए. यही नही सिंह का नाम पेटीकोट घोटाले में भी सामने आ चुका है.
बता दें कि सितंबर 2015 में एलडीए ने महिला कर्मचारियों के लिए वर्दी देने की घोषणा की थी. इसके लिए 25 लाख रुपए स्वीकृत हुए थे. इसमें प्रत्येक महिला कर्मचारी पर 1950 रुपए खर्च होने थे, लेकिन उन्हें साड़ी के साथ पेटीकोट नहीं दिया गया.साड़ी की कीमत भी 200 रुपए आंकी गई. इस घोटाले में भी एलडीए वीसी रहे सत्येंद्र सिंंह की काफी बदनामी हुई थी.इसके अलावा सत्येंद्र सिंंह जब 2014 में बहराइच में डीएम थे.तब अपने अर्दली से जूते के फीते बंधवाने को लेकर भी चर्चित हुए थे.
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