नई दिल्ली : जेएनयू छात्र संघ का अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने शुक्रवार को अपने भाषण में कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, इसलिए भारतीय किसी भी मंच पर कश्मीरियों से जुड़े मसलों पर बात कर सकते है। एक चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे कन्हैया ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि कश्मीर भारत का हिस्सा है औऱ इसलिए कश्मीरी भी भारतीय है।
बता दें कि कन्हैया पर देशद्रोह का मामला चल रहा है। जेएनयू परिसर में कन्हैया समेत कुछ छात्रों ने मिलकर संसद हमले के दोषी अफजल गुरु के समर्थन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस मामले में कन्हैया ने कहा कि हमारा आंदोलन मौत की सजा के खिलाफ था न कि अफजल के समर्थन में।
यदि अखिल भारतीय विद्दार्थी परिषद् के किसी भी कार्यकर्ता के खिलाफ मौत की सजा दी जाती तो भी वह इसका विरोध करेंगे। आगे कन्हैया ने कहा कि जेएनयू की संस्कृति ही बहस और बातचीत को बढ़ावा देने की रही है। हमारी संस्कृति ये नहीं है कि हम लोगों को बोलने से रोके और अपने विचार को जबरन किसी पर थोपें।
जब कन्हैया से पूछा गया कि 9 फरवरी को देश विरोधी नारे लगाने वालों को उन्होनें क्यों नहीं रोका, तो इसके जवाब में कन्हैया ने कहा कि वह न ही उनकी ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) भारत विरोधी नारों का या कश्मीरियों के अलगाव का समर्थन करती है।