नई दिल्ली: महाराष्ट्र में शनिवार सुबह हुए राजनितिक उलटफेर के मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। महा विकास अघाड़ी की ओर से कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा कि महाराष्ट्र को सरकार की आवश्यकता है। अगर भाजपा के पास बहुमत है तो वह आज ही बहुमत साबित करे। सिब्बल ने कहा कि प्रदेश में जो हो रहा है, वो हमने पहले कभी नहीं देखा है।
वरिष्ठ वकील सिब्बल ने गवर्नर पर केंद्र के निर्देश पर काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने पूछा है कि शपथ ग्रहण का आधार क्या था। इसके संबंध में किसी को कुछ पता नहीं है। शिवसेना की ओर से अदालत में पेश हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि, 'प्रदेश में बहुमत 145 सीटों का है। चुनाव पूर्व गठबंधन पहले आता है। चुनाव पूर्व गठबंधन टूट चुका है। अब हम चुनाव के बाद के गठबंधन पर विश्वास कर रहे हैं।
कपिल सिब्बल ने कहा है कि, 'आधी रात को राष्ट्रपति शासन अचानक हटा दिया गया। बगैर कैबिनेट बैठक के राष्ट्रपति शासन को हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा के पास समर्थन है, तो साबित करें। विधायकों को बुलाने का कोई रिकॉर्ड नहीं है। कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई। कल सुबह 5.17 बजे राष्ट्रपति शासन को हटा दिया गया और 8 बजे दो व्यक्तियों ने CM और डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली। क्या दस्तावेज दिए गए?'
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