बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम पिछले साल से सिर्फ देशभक्ति वाली फिल्में कर रहे हैं. जो असल किस्सों पर आधारित होती हैं. लगता है उन्हें इस तरह की फिल्म जम गई है और बस आगे भी इसी तरह की फिल्म करना चाहते हैं. लेकिन वहीं उनके फैंस उन्हें दूसरे अंदाज़ में भी देखना चाहते हैं जिस तरह पहले देखा करते थे. अपनी देशभक्ति वाली फिल्मों को लेकर उन्होंने हाल ही में बयान दिया है.
दरअसल, एक इंटरव्यू में जब जॉन से पूछा गया कि क्या यह पैट्रिऑटिक फिल्मों का ओवर-डोज हो गया है. तो इस पर जॉन ने बेहद दिलचस्प जवाब दिया है. इस बारे में जॉन ने कहा है कि, 'यह सब आपके बारे में है जो प्रोजेक्ट आप करते हैं. मैं सेक्युलर हूं और ऐसी फिल्में बनाना चाहता हूं जो इस देश की वास्तविक नेचर को दर्शाती हों. यदि आने वाले समय में एक और महान पैट्रिऑटिक फिल्म मिलती है, तो मैं इसे करना पसंद करूंगा. लेकिन मैं राष्ट्रवादी फिल्में नहीं चुनुंगा. मैं किसी अन्य देश का विरोधी नहीं हूं, मैं किसी अन्य धर्म का भी विरोधी नहीं हूं'.
आपको याद होगा जॉन की पिछली तीन फिल्में 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण' (2018), 'सत्यमेव जयते' (2018) और 'रोमियो अकबर वाल्टर' (2019) देशभक्ति के आसपास केंद्रित फिल्में हैं. वहीं अभी आखिरी बार वो 'बाटला हाउस' में नज़र आये थे जो 15 अगस्त को रिलीज़ हुई है. इसके अलावा उनकी आने वाली फिल्म कॉमिक-ड्रामा फिल्म 'पागलपंती' में अभिनय करते हुए नजर आएंगे. फिल्म में अनिल कपूर, अरशद वारसी, इलियाना डिक्रूज और उर्वशी रौतेला भी अभिनय कर रही हैं. फिल्म इस साल दिसंबर के महीने में रिलीज होगी.
जॉन अब्राहम का लकी चार्म कहने पर बोली यह एक्ट्रेस, कहा - 'सुनने में अच्छा...'