मुंबई : लोकप्रिय लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने महत्वपूर्ण बात कही है। उन्होंने भारतीय सेना के कैंप पर उरी में किए गए हमले को लेकर कहा है कि पाकिस्तान के कलाकारों को इस मामले में चुप्पी तोड़ना चाहिए। पाकिस्तानी कलाकार यदि भारतीय सेना के जवानों पर हुए हमले की निंदा नहीं कर पा रह हें तो फिर इसमें पाकिस्तान का हाथ होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इस बात का समर्थन हो जाता है कि इस हमले में पाकिस्तान का हाथ है।
दरअसल जावेद अख्तर एक समारोह में शामिल हुए थे और वहां उन्होंने विषय सामने आने पर अपना जवाब दिया। उनका कहना था कि पाकिस्तान के कलाकारों की चुप्पी समझ से परे है। यदि पाकिस्तान का हाथ हमले में नहीं है तो फिर पाकिस्तान के कलाकारों को निंदा करने में परेशानी नहीं होना चाहिए।
पाकिस्तान इस घटना के लिए जवाबदार नहीं है तो फिर पाकिस्तानी कलाकारों को हमले की निंदा करना चाहिए। जावेद अख्तर अपने बेबाकीभरे अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं। राज्यसभा सांसद रहते हुए उन्होंने संसद के पटल पर जोशभरे स्वर में कहा था कि भारत माता की जय का जयकारा लगाने पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्वयं भारत माता की जय का नारा लगाकर कहा था कि इस बात को कहने में कोई झिझक उन्हें नहीं होती है।
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