गजलों के बादशाह थे जगजीत सिंह, अचानक ही कहीं खो गए...
गजलों के बादशाह थे जगजीत सिंह, अचानक ही कहीं खो गए...
Share:

देश के गजल सम्राट के नाम से मशहूर जगजीत सिंह का आज 78 वां वर्षगांठ हैं. उनका जन्म राजस्थान के बीकानेर में 8 फरवरी 1941 को हुआ था. भले ही आज वो हमारे बीच ना हो लेकिन जगजीत सिंह अपनी ग़ज़ल के जरिए हमेशा अमर रहेंगे. ‘वो कागज की कश्ती’, ‘झुकी झुकी सी नजर’, ‘होंठों से छू लो तुम’ जैसी और भी सेकड़ो गज़ले इस इस गजल सम्राट के नाम है. आज तक कोई भी जगजीत सिंह जैसे भारी और दर्दभरी आवाज का आज भी कोई मुकाबला नहीं कर सकता है. 

जगजीत की गजलों ने न सिर्फ उर्दू के कम जानकारों के बीच शेरो-शायरी की समझ में इजाफा किया बल्कि गालिब, मीर, मजाज, जोश और फफिराक जैसे शायरों से भी उनका परिचय कराया. उनका असली नाम जगमोहन सिंह धीमन था. जगजीत सिंह ने अपनी शुरूआती शिक्षा गंगानगर के खालसा स्कूल में पूरी की थी. जब वह कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे तो औरो की तरह ही उनका प्यार भी परवान नहीं चढ़ सका.

उन्होंने अपने पहले प्यार के बारे में बताते हुए कहा था कि, "एक लड़की को चाहा था. जालंधर में पढ़ाई के दौरान साइकिल पर ही आना-जाना होता था. लड़की के घर के सामने साइकिल की चैन टूटने या हवा निकालने का बहाना कर बैठ जाते और उसे देखा करते थे. बाद मे यही सिलसिला बाइक के साथ जारी रहा. पढ़ाई में दिलचस्पी नहीं थी. कुछ क्लास मे तो दो-दो साल गुजारे.” बाद में जगजीत की मुलाकात चित्रा सिंह से हुई धीरे-धीरे दोनों में प्यार बढ़ता गया और फिर उन्होने शादी कर ली. साल 2011 में जगजीत सिंह इस दुनिया को अलविदा कह गए थे.

Uri Collection : 200 करोड़ कमाने वाली पहली फिल्म बनी Uri, अब भी हाई है जोश

रणबीर संग लीक हुई कैटरीना की बिकिनी फोटो, देखते ही सलमान ने दिया ऐसा रिएक्शन

इस हॉलीवुड एक्टर के साथ हॉट सीन करने पर भड़क गई थी ऐश्वर्या, दिया था ऐसा जवाब

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -