मुस्लिम लेखिका ने कहा- इस्लाम मानवाधिकार और महिलाधिकार विरोधी
मुस्लिम लेखिका ने कहा- इस्लाम मानवाधिकार और महिलाधिकार विरोधी
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नई दिल्ली : बांग्लादेश मूल की लेखिका तस्लीमा नसरीन ने अपने एक ट्वीट में लिखा है कि पवित्र रमजान मास में क्या पश्चिम बंगाल राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रोजे रखे हैं? वे बस जानना चाहती हैं। उन्होंने अपने एक ट्विट में कहा कि इस्लाम से उन्हें डर लगता है।

तस्लीमा नसरीन ने लिखा कि इस्लाम मानवाधिकार विरोधी, महिलाधिकार विरोधी और बोलने की स्वाधीनता का विरोधी है। तस्लीमा नसरीन ने रमजान पर प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध करते हुए इस विषय में ट्विट किया है।

ट्विट कर कहा कि मैं इस बैन के खिलाफ हूं और मैं उन देशों के उस रवैया के भी खिलाफ हूं जिसमें लोगों को रोजे रखने के लिए बाध्य किया जाता है। जिसके बाद एक अन्य ट्विट में उन्होंने लिखा है कि, 'आखिर मैं रोजे क्यों रखूं? आखिर वे मूर्ख नहीं हूँ।

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